लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) से जुड़ा एक गंभीर और संवेदनशील मामला सामने आया है, जिसमें एक रेजिडेंट डॉक्टर पर कथित रूप से धर्मांतरण का दबाव और मानसिक शोषण करने के आरोप लगे हैं। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि उनकी हिंदू बेटी को प्रेम के जाल में फंसाकर शादी का झांसा दिया गया, फिर शारीरिक शोषण के बाद उस पर इस्लाम अपनाने का दबाव बनाया गया। जब युवती ने धर्म बदलने से इनकार किया, तो आरोपी ने उससे दूरी बना ली और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा।
परिजनों का दावा है कि आरोपी डॉक्टर ने यह बात छिपाए रखी कि वह पहले ही फरवरी महीने में एक अन्य हिंदू युवती का धर्म परिवर्तन कराकर उससे शादी कर चुका है। जब इस सच्चाई का पता पीड़िता को चला, तो आरोपी ने पहली पत्नी को छोड़कर पीड़िता से शादी करने की बात कही, लेकिन इसके लिए भी धर्म परिवर्तन की शर्त रखी। इस मामले में दोनों रेजिडेंट डॉक्टरों के परिजनों को भी बातचीत के लिए बुलाया गया है।
लगातार तनाव और मानसिक दबाव के चलते पीड़िता पूरी तरह टूट गई। 17 दिसंबर को उसने KGMU हॉस्टल में जहरीली दवाइयों की कई गोलियां खाकर आत्महत्या की कोशिश की। हालत बिगड़ने पर उसे ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां से उसे क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट (CCM) ICU में शिफ्ट किया गया। इलाज के बाद हालत में सुधार होने पर 19 दिसंबर को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
KGMU के प्रवक्ता प्रोफेसर केके सिंह ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और आंतरिक जांच जारी है। दोनों ही रेजिडेंट डॉक्टर पैथोलॉजी विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र हैं। पीड़िता और उसके परिवार ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल और राज्य महिला आयोग में भी शिकायत दर्ज कराई है। फिलहाल प्रशासनिक स्तर पर जांच चल रही है, जबकि पीड़िता के परिजन न्याय की मांग पर अड़े हुए हैं।