नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) के आसपास अपना आशियाना बनाने की इच्छा रखने वाले निवेशकों और आम नागरिकों के लिए यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) एक शानदार अवसर लेकर आ रहा है। एयरपोर्ट के पास बसने की चाहत अब हकीकत में बदलने वाली है, क्योंकि प्राधिकरण सेक्टर-5 में एक बड़ी आवासीय प्लॉट योजना लॉन्च करने की अंतिम तैयारी में है। सेक्टर-5 में 4 हजार प्लॉट्स की सौगात यमुना प्राधिकरण की इस नई योजना के तहत करीब 4,000 आवासीय प्लॉट आम जनता के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। प्राधिकरण ने सेक्टर-5 को एक प्रमुख आवासीय हब के रूप में विकसित करने का खाका तैयार किया है। इस योजना की सबसे बड़ी विशेषता इसमें उपलब्ध प्लॉट्स की विविधता है: बड़े प्लॉट: मध्यम और उच्च आय वर्ग के लिए 200, 300 और 400 वर्गमीटर के प्लॉट प्रस्तावित हैं। छोटे प्लॉट: निम्न आय वर्ग और छोटे निवेशकों को ध्यान में रखते हुए 40 वर्गमीटर के छोटे प्लॉट भी योजना का हिस्सा होंगे। प्राधिकरण का लक्ष्य है कि समाज के हर वर्ग को एयरपोर्ट के नजदीक घर बनाने का मौका मिले। जमीन अधिग्रहण और विकास की तैयारी प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, सेक्टर-5 में भूमि खरीदने और अधिग्रहण की प्रक्रिया युद्धस्तर पर चल रही है। जैसे ही जमीन का कब्जा प्राधिकरण के पास आएगा, योजना के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। केवल प्लॉट देना ही प्राधिकरण का लक्ष्य नहीं है, बल्कि एक आधुनिक शहर बसाना प्राथमिकता है। इसके लिए 243 करोड़ रुपये के विकास प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इस बजट का उपयोग निम्नलिखित सुविधाओं के लिए किया जाएगा: विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा: चौड़ी सड़कें, आधुनिक सीवर सिस्टम और ड्रेनेज नेटवर्क। ग्रीन एरिया: पार्कों का विकास और सड़कों के किनारे ग्रीन बेल्ट का निर्माण। बिजली और पानी: 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था। निवेश का 'गोल्डन चांस': रेट बढ़ने की उम्मीद जेवर एयरपोर्ट क्षेत्र में प्रॉपर्टी में निवेश करने वालों के लिए यह सबसे सुनहरा समय माना जा रहा है। वर्तमान में प्राधिकरण इन प्लॉट्स की दरें लगभग 25,000 से 30,000 रुपये प्रति वर्गमीटर (अनुमानित) के आसपास रख सकता है, जो कि मार्केट रेट की तुलना में काफी किफायती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जनवरी 2025 में जैसे ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहली कमर्शियल उड़ान शुरू होगी, आसपास की संपत्तियों के दाम में 2 से 4 गुना तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। ऐसे में जो लोग आज निवेश करेंगे, उन्हें भविष्य में मोटा रिटर्न मिलना तय है। एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी का लाभ सेक्टर-5 की लोकेशन बेहद रणनीतिक है। यह न केवल एयरपोर्ट के बेहद करीब है, बल्कि यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे और प्रस्तावित मेट्रो व पॉड टैक्सी कॉरिडोर से भी जुड़ा होगा। कनेक्टिविटी की इसी सुगमता के कारण पिछली योजनाओं (जैसे 973 प्लॉट स्कीम) को जनता का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था। निष्कर्ष यमुना प्राधिकरण की यह 4,000 प्लॉट्स वाली स्कीम उन लोगों के लिए एक लॉटरी की तरह है जो दिल्ली-NCR में एक स्वच्छ, आधुनिक और हाई-टेक इलाके में रहना चाहते हैं। यदि आप भी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास निवेश या घर बनाने की योजना बना रहे हैं, तो सेक्टर-5 की यह अपकमिंग स्कीम आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है।