ताजा खबर
महिलाओं की रसोई से फिर गायब होगा टमाटर, जिससे चेहरा गुस्से से हुआ ‘लाल’!, जानें कहां कितने में बिक र...   ||    Breaking News: अरविंद केजरीवाल अभी जेल में ही रहेंगे, दिल्ली हाईकोर्ट से नहीं मिली राहत   ||    ब्रिटेन की लेबर पार्टी ऐतिहासिक चुनाव जीत कर आई सत्ता में   ||    ऋषि सुनक का राजनीतिक भविष्य अधर में लटकने के कारण ब्रिटेन के मतदान के लिए जा रहे हैं मतदाता   ||    Shila Mata Amer Jaipur : आमेर महल का वो मंदिर जहां आज भी होते हैं माता के दिव्य दर्शन, वीडियो जानें ...   ||    फलस्तीन समर्थक कार्यकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार पर लगाया युद्ध अपराधों में मिलीभगत का आरोप   ||    फलस्तीन समर्थक कार्यकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार पर लगाया युद्ध अपराधों में मिलीभगत का आरोप   ||    1300 साल से पत्थर में दबी 'जादुई' तलवार हुई गायब, फ्रांस के लोगों में छाई मायूसी   ||    मॉस्को में गर्मी तोड़ रही रिकॉर्ड, 35 डिग्री पार पहुंचा तापमान; सरकार ने जारी किए निर्देश   ||    ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने की मतदाताओं से अपील, बोले- "ऐसा कुछ न करें जिसका आपको पछतावा हो"   ||   

इलॉन मस्क ने अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को बताया झूठा, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Tuesday, July 2, 2024

मुंबई, 02 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। टेस्ला के मालिक इलॉन मस्क ने अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को झूठा बताया है। उन्होंने हैरिस पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बारे में झूठ फैलाने का आरोप लगाया है। दरअसल, अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए कमला हैरिस ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा था कि ट्रम्प अबॉर्शन को पूरे देश में बैन कर देंगे। हैरिस ने कहा था कि राष्ट्रपति जो बाइडेन और वो खुद साथ मिलकर महिलाओं को उनका हक दिलाने की हरसंभव कोशिश करेंगे। हैरिस ने अपने पोस्ट में कई बड़े मीडिया हाउस के आर्टिकल लगाए थे, जिसमें ट्रम्प के उन बयानों को शामिल किया गया था जिनमें उन्होंने अबॉर्शन पर बैन लगाने की बात कही थी। कमला हैरिस के पोस्ट का जवाब देते हुए इलॉन मस्क ने लिखा कि ट्रम्प ने 28 जून को हुई डिबेट में यह साफ कर दिया है कि वे अबॉर्शन पर रोक नहीं लगाएंगे।

मस्क ने आगे कहा कि अमेरिकी राजनेताओं को यह समझना होगा कि वह अब इस प्लेटफॉर्म पर और झूठ नहीं फैला सकते। दरअसल, अमेरिका के आगामी चुनाव में अबॉर्शन एक बड़ा मुद्दा है। जहां एक तरफ रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प इसके खिलाफ रहे हैं, तो वहीं बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी अबॉर्शन के समर्थन में रही है। 24 जून 2022 को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को 50 साल पहले मिली अबॉर्शन की संवैधानिक सुरक्षा खत्म कर दी थी। इसके बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस फैसले को दुखद बताते हुए कहा था- कोर्ट ने आज जो किया है वो कभी नहीं हुआ। अमेरिकी महिलाओं का स्वास्थ्य और जीवन अब खतरे में है। यह फैसला अमेरिका को 150 साल पीछे धकेलने वाला है।

दरअसल, 2018 में अमेरिका के मिसीसिपी राज्य ने एक कानून पास किया था, जिसमें गंभीर मेडिकल इमरजेंसी छोड़कर सभी मामलों में गर्भधारण करने के 15 हफ्तों बाद अबॉर्शन पर रोक लगा दी गई थी। इसके 4 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी एक मामले की सुनवाई करते हुए मिसीसिपी के फैसले को सही मानकर इसे पूरे देश में लागू कर दिया था। अमेरिका में साल 1969 में नोर्मा मैककॉर्वी (जेन रो) नाम की महिला ने अबॉर्शन लीगल कराने के लिए लड़ाई लड़ी थी। । नोर्मा ने 1969 में राज्य के उस कानून को चुनौती दी, जिसके हिसाब से अबॉर्शन अवैध था। जेन रो ने जब अबॉर्शन को लीगल कराने करने के लिए याचिका दायर की थी, तब सरकारी वकील हेनरी वेड ने विरोध में जिरह की थी। इस वजह से इस मामले को दुनिया भर में 'रो बनाम वेड' नाम से जाना जाने लगा।


लखनऊ और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Lucknowvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.