1 जुलाई 2025 की रात अमेरिका के यूटा राज्य के स्पैनिश फोर्क में स्थित प्रसिद्ध ISKCON श्री श्री राधा कृष्ण मंदिर पर एक बार फिर से गोलियां चलाई गईं। यह हमला उस समय हुआ जब मंदिर में भक्त और मेहमान मौजूद थे, जिससे मंदिर की इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है। पिछले कुछ दिनों में इस मंदिर पर 20 से 30 गोलियां चलाई गई हैं, जिसे नफरत भरे अपराध (हेट क्राइम) के रूप में देखा जा रहा है। खासतौर पर मंदिर की खूबसूरत हस्तनिर्मित मेहराबों में लगी गोलियों के कारण हजारों डॉलर का नुकसान हुआ है, जिससे स्थानीय हिंदू समुदाय में भय और आक्रोश दोनों की भावना व्याप्त हो गई है।
ISKCON का बयान और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
ISKCON ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट कर इस घटना की जानकारी दी और कहा कि ‘हमारा श्री श्री राधा कृष्ण मंदिर, जो होली जैसे त्योहारों के लिए प्रसिद्ध है, हाल के दिनों में नफरत से भरे हमलों का शिकार हुआ है। 20 से 30 गोलियां मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में चली हैं, जिससे भारी नुकसान हुआ है।’ इस खबर ने हिंदू समुदाय को आहत किया है और वे इस हमले को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।
भारतीय दूतावास की कड़ी प्रतिक्रिया
इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने भी बयान जारी किया है। दूतावास ने कहा कि वे इस गोलीबारी की घटना की सख्त निंदा करते हैं और सभी भक्तों तथा समुदाय के साथ खड़े हैं। साथ ही, उन्होंने स्थानीय पुलिस से आग्रह किया है कि वे जल्द से जल्द इस मामले की जांच कर दोषियों को पकड़ें। इस संदर्भ में भारतीय दूतावास ने @IndianEmbassyUS, @MEAIndia और @PIB_India को भी टैग किया है ताकि भारत सरकार भी इस मुद्दे पर संज्ञान ले सके।
मंदिर का इतिहास और महत्व
यूटा में यह मंदिर हिंदू समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। इसका निर्माण 1996 में शुरू हुआ था और 1998 में यह बनकर तैयार हुआ। यह मंदिर लगभग 15 एकड़ भूमि में फैला हुआ है और इसकी वास्तुकला भारतीय पारंपरिक शैली से प्रेरित है। यह मंदिर खासतौर पर होली जैसे त्योहारों के लिए प्रसिद्ध है, जहां हर साल हजारों लोग श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। इसकी शांति, सौंदर्य और सांस्कृतिक महत्ता के कारण यह स्थानीय समुदाय में अत्यंत प्रिय है।
मंदिर को हुआ कितना नुकसान?
मंदिर की दीवारों और विशेष रूप से हाथों से बने मेहराबों को गोलियों से काफी नुकसान पहुंचा है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के नुकसान की मरम्मत में 5,000 से 20,000 डॉलर तक का खर्च आ सकता है, लेकिन यदि नुकसान ज्यादा हो तो यह राशि और भी बढ़ सकती है। इसके अलावा, भक्तों में इस बात का डर भी है कि कहीं यह हमले दोबारा शुरू न हो जाएं, जो समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंता का विषय है।
हमलों के पीछे के कारण और अफवाहें
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने इस घटना को खालिस्तानी समूहों से जोड़ा है, लेकिन इस बात की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जांच के दौरान सभी संभावित पहलुओं पर विचार किया जाएगा। इस हमले को नफरत भरे अपराध के रूप में देखा जा रहा है, जिससे समुदाय में भय का माहौल बना हुआ है।
समुदाय की प्रतिक्रिया और आगे की योजना
स्थानीय हिंदू समुदाय और ISKCON के सदस्य इस घटना से गहरे दुखी हैं, लेकिन वे एकजुट होकर इस मुश्किल समय का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने पुलिस से तेजी से जांच करने और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है। इसके साथ ही, वे मंदिर की मरम्मत और सुरक्षा बढ़ाने के लिए चंदा एकत्र करने की पहल कर रहे हैं। समुदाय के लोग यह भी कह रहे हैं कि वे इन हमलों से डरेंगे नहीं और अपनी सांस्कृतिक एवं धार्मिक पहचान बनाए रखेंगे।
पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा
स्थानीय पुलिस विभाग ने मामले को लेकर जांच शुरू कर दी है। वे इलाके में सुरक्षाकर्मी बढ़ा रहे हैं और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार करेंगे।
निष्कर्ष
यूटा के स्पैनिश फोर्क में ISKCON श्री श्री राधा कृष्ण मंदिर पर हुई इस गोलीबारी की घटना ने न केवल हिंदू समुदाय को बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। धार्मिक स्थलों पर इस तरह के हमले धार्मिक सौहार्द और सामाजिक समरसता के लिए खतरा हैं। सरकार और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे अपराधियों को जल्द पकड़ कर कठोर सजा दें ताकि भविष्य में ऐसे हमलों को रोका जा सके। वहीं, समुदाय का यह भी कर्तव्य है कि वे एकजुट रहकर अपनी संस्कृति और धार्मिक विश्वास को सुरक्षित रखें और नफरत के इस दौर में शांति और प्रेम का संदेश फैलाएं।