चीन द्वारा दुर्लभ पृथ्वी तत्वों (Rare Earth Elements) के निर्यात पर नियंत्रण कड़ा किए जाने के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीजिंग को जोरदार झटका देते हुए जवाबी कार्रवाई की है। राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन से अमेरिका आने वाले सभी उत्पादों, जिसमें अब सॉफ्टवेयर भी शामिल हैं, पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। यह कड़ा कदम 1 नवंबर 2025 से लागू होगा और इसका असर वैश्विक व्यापार पर व्यापक रूप से देखने को मिल सकता है।
टैरिफ की वजह: दुर्लभ पृथ्वी तत्वों पर चीन का नियंत्रण
यह ताजा व्यापारिक तनाव 9 अक्टूबर को चीन द्वारा दुर्लभ पृथ्वी तत्वों, टंगस्टन और मोलिब्डेनम के व्यापार पर नियंत्रण और सख्त करने के बाद शुरू हुआ। अमेरिका ने इस कार्रवाई को सीधे तौर पर खुद पर दबाव बनाने की रणनीति माना। ट्रंप ने बीते दिन ही चीन को कड़ी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी थी, जिसे उन्होंने रातों-रात चीनी उत्पादों पर 100% टैरिफ लगाकर सही साबित कर दिया। यह टैरिफ पहले से लगे आयात शुल्क के अतिरिक्त होगा।
चीन के दुर्लभ पृथ्वी तत्व (REEs) 17 रासायनिक तत्वों का एक समूह हैं जो आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन (EVs), सैन्य उपकरणों, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस तकनीक के निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। विश्व भर में इन महत्वपूर्ण तत्वों का 80 से 90 प्रतिशत उत्पादन चीन में होता है। चीन ने वर्ष 2000 में इनके उत्पादन में विदेशी निवेश को सीमित करना शुरू कर दिया था और अब निर्यात नियंत्रणों को और बढ़ा दिया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने विशेष रूप से उल्लेख किया कि चीन ने अमेरिका के लिए आवश्यक 12 में से 5 दुर्लभ पृथ्वी तत्वों के निर्यात पर अतिरिक्त नियंत्रण लगा दिया है, जो 1 दिसंबर 2025 से लागू होंगे। ये तत्व इलेक्ट्रिक वाहनों, विमानों के इंजनों, सेमीकंडक्टरों और रक्षा रडार प्रणालियों में उपयोग होते हैं।
शी जिनपिंग से मुलाकात रद्द: तनाव का चरम
इस व्यापारिक विवाद के बीच, राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने आगामी एशिया दौरे के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया है। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने मीटिंग कैंसिल नहीं की है, लेकिन मौजूदा विवाद के चलते इसे रद्द ही समझा जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि दोनों नेता इस समय मिलना चाहेंगे।
ट्रंप प्रशासन के इस अप्रत्याशित कदम ने आयात-निर्यात की पूरी अवधारणा को अचानक बदलकर दुनिया को चौंका दिया है। 100% का यह अतिरिक्त टैरिफ चीन से आयात किए जाने वाले सभी सामानों को दोगुना महंगा कर देगा, जिससे अमेरिकी उपभोक्ताओं और व्यवसायों पर दबाव बढ़ेगा, लेकिन यह कदम चीन को रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर अपने एकाधिकार का उपयोग करने से रोकने का एक स्पष्ट प्रयास है। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और तकनीक उद्योग पर इस व्यापार युद्ध के गहरे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।