लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के सामने ऑपरेशन सिंदूर पर ब्रीफिंग दी, जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी और कर्नल सोफिया कुरैशी भी शामिल थे। यह हवाई कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी। व्योमिका सिंह का नाम 'आकाश की बेटी' का प्रतीक है और वह भारतीय वायु सेना में महिलाओं की बहादुरी और नेतृत्व का जीता-जागता उदाहरण हैं।
उनका सफर और प्रेरणा
व्योमिका का जन्म लखनऊ में हुआ और उन्होंने 2004 में 21वें शॉर्ट सर्विस कमीशन के रूप में भारतीय वायु सेना में शामिल होकर अपने करियर की शुरुआत की। 2017 में विंग कमांडर बनीं और 2019 में स्थायी कमीशन प्राप्त किया। चेतक और चीता हेलीकॉप्टरों में 2,500 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव रखने वाली व्योमिका दिल्ली में तैनात हैं। उनके नाम के अर्थ 'आकाश की स्वामी' ने उन्हें बचपन से ही पायलट बनने के लिए प्रेरित किया।
प्रेरणादायक संघर्ष
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि 1991-92 में जब वह छठी कक्षा में थीं, तो नामों के अर्थ पर चर्चा के दौरान उनके सहपाठी ने 'व्योमिका' का अर्थ 'आकाश की स्वामी' बताया, जिसने उनके भीतर पायलट बनने की चिंगारी जलाई। हालांकि, उस समय महिला पायलटों के लिए अवसर सीमित थे, लेकिन उन्होंने अपने सपनों का पीछा करना जारी रखा और इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष में UPSC के माध्यम से शॉर्ट सर्विस कमीशन के लिए परीक्षा दी।
उम्रभर की उड़ान
व्योमिका ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए, कई लोगों को बचाया और विभिन्न परिस्थितियों में उड़ान भरी। समुद्र तल से 18,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरते हुए उन्होंने कई जोखिम भरे मिशन पूरे किए। उन्होंने कहा, 'मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, यह एक उतार-चढ़ाव भरी यात्रा थी, लेकिन मुझे अपने फैसले पर गर्व है।'