पाकिस्तान सरकार ने 6 और 7 मई की रात भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए लाहौर और इस्लामाबाद के हवाई अड्डों पर सभी कॉमर्शियल उड़ानों के लिए एयरस्पेस को बंद रखने का फैसला किया है। पाकिस्तान एयरपोर्ट अथॉरिटी ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि देश के इन दो बड़े हवाई अड्डों पर सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं। हालांकि, कराची एयरपोर्ट पर उड़ानें फिलहाल जारी हैं और यह हवाई क्षेत्र अब तक बंद नहीं किया गया है। इस कदम से न केवल पाकिस्तान में हवाई यात्रा प्रभावित हो रही है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पाकिस्तान ने पहले किया था 48 घंटे के लिए एयरस्पेस बंद
भारत द्वारा आतंकवादी ठिकानों पर की गई एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान सरकार ने पहले अपने एयरस्पेस को 48 घंटे के लिए बंद करने का ऐलान किया था। पाकिस्तान ने भारत की इस कार्रवाई को "लापरवाह" और "उकसाने वाला" बताया था। पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंटरनेशनल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) को भारत की एयरस्ट्राइक के बारे में सूचित किया और इसे अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन बताया। इसके बाद पाकिस्तान ने सभी एयर ट्रैफिक को 48 घंटों के लिए रोकने का आदेश दिया था।
हालांकि, अब पाकिस्तान ने लाहौर और इस्लामाबाद के एयरस्पेस को फिर से बंद कर दिया है, जिससे हवाई यात्रा पर असर पड़ा है। इस स्थिति ने पाकिस्तान की सैन्य और कूटनीतिक प्रतिक्रिया के बारे में सवाल उठाए हैं। पाकिस्तान की ओर से अपनी सुरक्षा स्थिति में इस तरह के बदलाव को भारतीय सैन्य कार्रवाई के जवाब में दहशत और अनिश्चितता की स्थिति के रूप में देखा जा रहा है।
पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलीबारी
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ने के बाद पाकिस्तान ने लगातार सीमा पार से गोलीबारी जारी रखी है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा (LoC) पर कई क्षेत्रों में गोलीबारी की घटनाएं सामने आई हैं। कुपवाड़ा सेक्टर में पाकिस्तानी सेना द्वारा की गई गोलीबारी में 15 नागरिकों के मारे जाने की खबर आई है। इस घटना ने सीमा पर स्थित नागरिकों को खतरे में डाल दिया है।
भारत ने इस गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया है और अपनी एयर डिफेंस यूनिट्स को सक्रिय कर दिया है। भारतीय रक्षा अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान की गोलीबारी को देखते हुए सुरक्षा बलों को अलर्ट किया गया है। इस बीच, सीमा पर संघर्ष को लेकर भारतीय सुरक्षा बलों और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के डीजी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और सीमा पर सुरक्षा कड़ी करने के लिए दिशा-निर्देश प्राप्त किए। प्रधानमंत्री मोदी ने BSF को आदेश दिया कि सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
पाकिस्तान के पीएम की गीदड़भभकी
भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की सरकार की बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर से भारत को चेतावनी दी और गीदड़भभकी दी। उन्होंने कहा, "भारत को कड़े परिणाम भुगतने होंगे, जो उन्होंने हाल ही में किए हैं। अगर भारत ने हमारी सीमा की ओर एक और हमला किया, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।"
पाकिस्तान का यह बयान भारत की तरफ से जवाबी सैन्य कार्रवाई के बाद आया है। 6 और 7 मई की रात भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादियों के 9 ठिकानों को नष्ट किया था, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए थे। इस हमले ने पाकिस्तान को घेर लिया है और उसे अपनी सैन्य और सुरक्षा नीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। पाकिस्तान की ओर से इस तरह के बयान, झूठी खबरों और डिजिटल हमलों का उद्देश्य भारत को डराना और अपनी स्थिति को मजबूत दिखाना है, लेकिन हकीकत यह है कि पाकिस्तान खुद भारी दबाव में है।
भारत की ओर से कड़ा रुख
भारत ने पाकिस्तान के लगातार सीजफायर उल्लंघन, आतंकवादियों के खिलाफ पाकिस्तान के समर्थन और सीमा पर गोलीबारी के बावजूद अपनी सैन्य रणनीति को कड़ा बनाए रखा है। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों के ठिकानों को तबाह कर दिया, जो पाकिस्तान के लिए एक बड़ा धक्का था। इसके साथ ही, भारत की सरकार ने अपने एयरस्पेस को भी सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया है।
इस प्रकार, पाकिस्तान की ओर से लगातार कार्रवाई और धमकियों के बावजूद भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में संयम और सावधानी बरती है, साथ ही यह सुनिश्चित किया है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश को किसी भी कीमत पर बचने का मौका नहीं दिया जाएगा।
निष्कर्ष
पाकिस्तान द्वारा लाहौर और इस्लामाबाद के एयरस्पेस को बंद करना और सीमा पर गोलीबारी की घटनाओं का बढ़ना यह साबित करता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव गहराता जा रहा है। पाकिस्तान के बयान, सुरक्षा परिवर्तनों और सैन्य गतिविधियों से यह साफ है कि वह भारतीय सैन्य ताकत से डर चुका है, लेकिन साथ ही वह अपनी सैन्य और कूटनीतिक चुनौतियों से जूझ रहा है। भारत की ओर से की गई एयरस्ट्राइक और उसके बाद की सैन्य रणनीतियां पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है कि अब भारत आतंकवाद के खिलाफ और भी कड़ा रुख अपनाएगा।