मुंबई, 10 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली के लाल किले के पास कार में हुए जोरदार धमाके में आठ लोगों की मौत के बाद राजस्थान में भी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और सभी भीड़भाड़ वाले इलाकों में सघन सर्च अभियान चलाया जा रहा है। एटीएस के आईजी विकास कुमार ने बताया कि राज्य में सभी सुरक्षा एजेंसियों को अपने-अपने स्तर पर सतर्क रहने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थल, धार्मिक स्थल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट जैसे संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
राजस्थान पुलिस कंट्रोल रूम और अभय कमांड सेंटर के माध्यम से हर गतिविधि पर करीबी नजर रखी जा रही है। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या एटीएस को देने की अपील की गई है। सुरक्षा के मद्देनज़र बड़े शहरों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि किसी भी संभावित खतरे को टाला जा सके।
डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने सभी डीसीपी और एसपी को निर्देश दिए हैं कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अधिकतम सतर्कता बनाए रखें। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, शॉपिंग मॉल और धार्मिक स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस तैनात की जाए और बम डिस्पोजल स्क्वॉड (BDS) को हर समय तैयार रखा जाए। इसके साथ ही कमांड सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे निगरानी की जा रही है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि का तुरंत पता लगाया जा सके।
डीजीपी ने सभी रेंज आईजीपी और पुलिस आयुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे स्वयं मॉनिटरिंग करें और यह सुनिश्चित करें कि किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। सोशल मीडिया की निगरानी के लिए भी विशेष टीमों को सक्रिय किया गया है ताकि अफवाहों और गलत सूचनाओं को तुरंत रोका जा सके।
राज्य के सभी जिलों में संदिग्ध वाहनों और वस्तुओं की जांच के निर्देश दिए गए हैं। होटल, धर्मशाला और अन्य ठहराव स्थलों पर पुलिस ने आगंतुकों की जानकारी जुटाने का अभियान तेज कर दिया है। संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है और पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। अभय कमांड सेंटर और सीसीटीवी के जरिए सभी सुरक्षा एजेंसियां लगातार नजर बनाए हुए हैं ताकि किसी भी खतरे की संभावना को तुरंत निष्प्रभावी किया जा सके।