देश में चोरी या गुम हुए मोबाइल फोन की समस्या एक आम बात है, और कई बार पीड़ितों को सालों तक अपना फोन वापस नहीं मिल पाता है। ऐसे में, जम्मू-कश्मीर की कठुआ पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने एक विशेष अभियान के तहत 441 चोरी/गुम हुए मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी अनुमानित कीमत ₹72.04 लाख है।
कठुआ पुलिस की यह कार्रवाई न केवल पीड़ितों के लिए राहत लेकर आई है, बल्कि यह भी साबित करती है कि तकनीकी निगरानी और समर्पित प्रयासों से इस तरह के संगठित अपराधों पर लगाम लगाई जा सकती है।
मालिकों को सौंपे गए मोबाइल
इस शानदार उपलब्धि के बाद, एसएसपी कठुआ मोहिता शर्मा (IPS) ने अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान, बरामद किए गए मोबाइलों को उनके असली मालिकों को सौंपा गया। यह क्षण उन लोगों के लिए भावुक करने वाला रहा, जिन्होंने अपने महंगे स्मार्टफोन और उनमें मौजूद महत्वपूर्ण डेटा खो दिए थे।
एसएसपी मोहिता शर्मा ने बताया कि यह बरामदगी अंतर-राज्यीय नेटवर्क पर की गई कड़ी मेहनत का परिणाम है। यह दिखाता है कि तकनीक और साइबर निगरानी का उपयोग करके, पुलिस अब ऐसे मामलों को भी सुलझाने में सक्षम है जो पहले असंभव माने जाते थे।
राज्यों में फैला था नेटवर्क
बरामद किए गए ये 441 मोबाइल फोन केवल जम्मू-कश्मीर तक सीमित नहीं थे। चोरी या गुम होने के बाद इन्हें देश के कई अलग-अलग राज्यों में उपयोग किया जा रहा था या बेचा गया था।
बरामदगी का यह अभियान कई राज्यों तक फैला हुआ था, जिनमें शामिल हैं:
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जम्मू-कश्मीर
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पंजाब
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हिमाचल प्रदेश
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बिहार
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तमिलनाडु
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असम
इतने व्यापक भौगोलिक क्षेत्र से फोन बरामद करना स्पष्ट रूप से एक अंतर-राज्यीय गिरोह की ओर इशारा करता है, जो चोरी किए गए मोबाइल फोन को एक राज्य से दूसरे राज्य में तस्करी करता था।
पुलिस की रणनीति और तकनीकी पहल
कठुआ पुलिस ने इन फोनों को बरामद करने के लिए संभवतः CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल जैसी सरकारी पहल और उन्नत तकनीकी निगरानी उपकरणों का उपयोग किया। CEIR सिस्टम चोरी या गुम हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने और ब्लॉक करने में मदद करता है।
इस सफलता का श्रेय पुलिस अधिकारियों की तत्परता, तकनीकी कौशल और विभिन्न राज्यों की पुलिस के बीच बेहतर समन्वय को जाता है। यह बरामदगी न केवल खोए हुए सामान को वापस दिलाती है, बल्कि उन अपराधियों को भी एक कड़ा संदेश देती है जो सोचते हैं कि चोरी किए गए फोन को आसानी से दूसरे राज्यों में बेचा जा सकता है।
यह उपलब्धि उन सभी पुलिस इकाइयों के लिए एक प्रेरणा है जो साइबर अपराध और संगठित मोबाइल चोरी के मामलों से जूझ रही हैं। ₹72.04 लाख के 441 मोबाइल फोन की सफल बरामदगी, कठुआ पुलिस की क्षमता और व्यावसायिकता को दर्शाती है।