मुंबई, 16 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ईरान ने 13 अप्रैल को देर रात 300 मिसाइल और ड्रोन के साथ इजराइल पर हमला कर सीरिया में उनके दूतावास पर हुए हमले का बदला लिया। इसके बाद से इजराइल की जवाबी कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है। नेतन्याहू अब तक 5 बार वॉर कैबिनेट की मीटिंग कर चुके हैं। इसमें तय किया गया कि इजराइल जवाबी कार्रवाई जरूर करेगा। हालांकि, अब तक यह नहीं बताया गया है कि हमला कब और कैसे किया जाएगा। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल की वॉर कैबिनेट में ईरान के खिलाफ बनाया गया मिलिट्री प्लान देखा गया और उस पर चर्चा हुई। सदस्यों में इस बात को लेकर सहमति है कि इजराइल को जल्द जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए। वॉर कैबिनेट ने उन डिप्लोमैटिक तरीकों पर भी चर्चा की, जिसके जरिए ईरान से बदला लिया जा सके। इस दौरान वॉर कैबिनेट के सदस्यों में तीखी बहस हुई।
इजराइली अधिकारियों के मुताबिक कैबिनेट के सदस्य बेनी गांट्ज ने सुझाव दिया कि ईरान पर हमला होना चाहिए। पर वो ऐसा नहीं हो जिसमें लोगों की जान जाए। CNN ने अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा है कि इजराइल बदला लेने के लिए ईरान पर स्ट्राइक करेगा। हालांकि, इसका असर ज्यादा नहीं होगा। अधिकारी ने बताया है कि अमेरिका चाहेगा की इजराइल जो भी एक्शन ले उसकी जानकारी हमें दे। ताकि ईरान के पलटवार से पहले हम अपने बचाव की तैयारी कर सकें। हालांकि, इसकी गारंटी नहीं है कि इजराइल हमें जानकारी देगा। इसकी वजह ये है कि इजराइल के एक्शन पर अमेरिका आपत्ति जता सकता है। ईरान के हमले के बाद जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक इजराइल के लिए रवाना हो गई हैं। वो दोनों देशों के बीच विवाद को सुलझाने की कोशिश करेंगी। बेयरबॉक ने कहा कि इस नाजुक समय में हम सबको मिलकर पूरे क्षेत्र में तनाव कम करने पर काम करना चाहिए। उन्होंने ईरान पर कहा कि वो आग में घी डालने का काम कर रहा है। वहीँ,रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से बात की है। उन्होंने दोनों पक्षों से अपील की है कि वो मामले को और आगे ने बढ़ाएं। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, सऊदी और जॉर्डन ने इजराइल से अपील की है कि वो ईरान पर जवाबी हमला न करे। इससे पूरा इलाका जंग की भेंट चढ़ जाएगा।