मुंबई, 14 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इजराइल और हमास युद्ध के बीच अमेरिकी सांसद लिंड्से ग्राहम ने कहा है कि इजराइल को हर वह कदम उठाना चाहिए जिससे वह जंग जीत सकता है। अमेरिकी मीडिया NBC न्यूज से बातचीत करते हुए ग्राहम ने कहा, दूसरे विश्व युद्ध में जब पर्ल हार्बर हमले के बाद अमेरिका ने तबाही देखी, तब हमने जापान के हिरोशिमा-नागासाकी पर परमाणु बम गिराए और जंग खत्म कर दी। इजराइल को भी यही करना चाहिए। अमेरिका यहूदी देश को युद्ध खत्म करने के लिए जरूरी बम दे। इजराइल किसी भी कीमत पर यह जंग हार नहीं सकता। जापान पर परमाणु हमला करना सही फैसला था। अब इजराइल को भी अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए ऐसे फैसले लेने होंगे। अमेरिकी सांसद ने इजराइल को 2 हजार पाउंड के बमों की खेप रोकने पर अमेरिकी सरकार की आलोचना भी की। सांसद ने कहा कि गाजा में हमास पर हमले के बीच फिलिस्तीनियों को नहीं बचाया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हमास उन्हें ढाल बनाकर इस्तेमाल कर रहा है।
दरअसल, कुछ दिनों पहले ही अमेरिका ने इजराइल को भेजी जाने वाली खतरनाक बमों की एक खेप को रोक दिया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि अमेरिका इजराइल के राफा में चल रहे ऑपरेशन के खिलाफ है। अगर इजराइल राफा में आम नागरिकों को निशाना बनाता है, तो अमेरिका हथियारों की खेप को रोक देगा। वहीं, टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन ने कहा था कि इजराइल को राफा में मिलिट्री ऑपरेशन और अमेरिकी हथियारों के बीच किसी एक को चुनना होगा। हालांकि अमेरिका के विरोध के बावजूद राफा में इजराइल का मिलिट्री ऑपरेशन जारी है।
आपको बता दें, इजराइल और हमास के बीच पिछले 7 महीने से जंग जारी है। इसमें अब तक 35 हजार फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, इनमें करीब 15 हजार बच्चे शामिल हैं। वहीं गाजा के करीब 80% लोग बेघर हो गए। यह जंग अब मिस्र बॉर्डर के करीब गाजा के राफा शहर पहुंच गई है। दरअसल, जंग की शुरुआत में इजराइल की कार्रवाई से बचते हुए लोगों ने उत्तरी गाजा छोड़कर राफा में शरण ली थी। अलजजीरा के मुताबिक इस इलाके में 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। अब जंग के आखिरी पड़ाव के तहत इजराइल राफा में हमले कर रही है। इजराइल का तर्क है कि उन्होंने अब तक हमास की 24 बटालियन को खत्म कर दिया है। लेकिन अब भी 4 बटालियन राफा में छिपी हुई हैं। इनके खात्मे के लिए राफा में ऑपरेशन चलाना जरूरी है। दूसरी तरफ, अमेरिका समेत दुनियाभर के कई देश राफा पर हमले का विरोध कर रहे हैं। इजराइली बमबारी के खिलाफ अप्रैल में अमेरिकी और कई यूरोपीय देशों की यूनिवर्सिटीज में प्रदर्शन भी हुए। इस दौरान छात्रों ने अलग फिलिस्तीनी देश बनाए जाने की भी मांग की।