लखनऊ न्यूज़ डेस्क: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस द्वारा पिटाई से युवक अमन गौतम की मौत के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर पीड़ित परिवार ने विकासनगर थाने में दर्ज कराई, जिसमें एक पुलिसकर्मी समेत तीन अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि पुलिस ने अमन के साथ मारपीट की और उसे भद्दी गालियां दीं। पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में लगी हुई है।
मृतक की पत्नी रोशनी गौतम ने विकासनगर थाने में दर्ज एफआईआर में बताया कि 11 अक्टूबर की रात करीब 9 बजे उनके पति अम्बेडकर पार्क में अपने दोस्तों के साथ बैठे थे, तभी पुलिस की गाड़ी वहां पहुंच गई। पुलिसवालों ने घेरकर उनसे पूछताछ शुरू की और अचानक मारपीट करने लगे, जिससे वह बेहोश होकर गिर गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिसकर्मी शैलेंद्र सिंह ने अमन गौतम पर हमला करने में प्रमुख भूमिका निभाई, जबकि तीन अन्य पुलिसकर्मियों ने भी उनकी पिटाई की। जब वह बेहोश हो गए, तो घबराए पुलिसकर्मियों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया। पीड़िता की शिकायत पर शैलेंद्र सिंह और अन्य पर केस दर्ज किया गया है।
लखनऊ में दलित युवक की मौत पर बसपा प्रमुख और यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि लखनऊ के गंजरहापुरवा स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर पार्क में घुमने गए दलित युवक की पुलिस बर्बरता से मौत बेहद दुखद है। इस घटना से लोगों में आक्रोश है। सरकार को दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने और पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करनी चाहिए।