लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ के शांतनु द्विवेदी ने 2025 के कॉमन लॉ ऐडमिशन टेस्ट (CLAT) में यूपी टॉप किया है। कंसोर्टियम ऑफ नैशनल लॉ यूनिवर्सिटीज द्वारा रविवार को जारी किए गए परिणामों में शांतनु ने ऑल इंडिया आठवीं रैंक हासिल की। शांतनु ने बताया कि उन्होंने 10वीं के बाद से ही CLAT की तैयारी शुरू की थी और हर दिन करीब आठ घंटे पढ़ाई की, जिसका उन्हें एंट्रेंस एग्जाम में फायदा मिला। उनका लक्ष्य नैशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU), बेंगलुरु में दाखिला प्राप्त करना है, और लॉ के बाद वे एडवोकेट बनकर प्रैक्टिस करना चाहते हैं।
शांतनु मानते हैं कि अखबार पढ़ना CLAT की तैयारी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से अखबार पढ़ने से न केवल जनरल स्टडीज और करंट अफेयर मजबूत होते हैं, बल्कि CLAT का एक बड़ा हिस्सा भी तैयार हो जाता है। शांतनु के अलावा, लखनऊ के लामार्ट स्कूल के छात्र कृष्णा ने 107वीं रैंक प्राप्त की, जबकि अन्य छात्रों की भी अच्छी रैंक आई है, जिसमें माधव कृष्णा की 155वीं और सिद्धार्थ अग्रवाल की 175वीं रैंक शामिल है।
शांतनु ने बताया कि CLAT में जीएस और करंट अफेयर का काफी बड़ा हिस्सा होता है। उन्होंने कहा कि यह उनकी रीडिंग हैबिट को भी बेहतर बनाने में मदद करता है और उन्हें इस विषय में अपडेट रहने का अवसर मिला। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि उन्हें अपने चाचा शुभम द्विवेदी से प्रेरणा मिली, जो एक जज हैं। शांतनु की इस सफलता के पीछे लगातार कड़ी मेहनत और नियमित पढ़ाई का ही परिणाम है।
इस बार CLAT का पेपर अपेक्षाकृत आसान था, जिससे छात्रों के अच्छे प्रदर्शन की संभावना थी। हालांकि, रिजल्ट के बाद यह देखा गया कि रैंक अपेक्षाकृत बेहतर आई हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, पेपर में 12 सवालों में गलतियां पाई गईं, जिनमें से 7 को कंसोर्टियम ने स्वीकार किया। इसके चलते चार सवालों को हटाकर अंक 120 की जगह 116 पर तय किए गए, और तीन सवालों का बोनस सभी छात्रों को दिया गया। इससे इस बार की रैंक पिछले साल के मुकाबले बेहतर आई।
पिछले साल के मुकाबले इस बार छात्रों की रैंक लगभग 100 अंक ऊपर आई है। उदाहरण के तौर पर, पिछले साल जिन छात्रों की रैंक 90 अंक पर 500 के पार थी, वही इस साल समान अंकों पर रैंक 400 के आस-पास है। यूपी टॉपर शांतनु ने 100.5 अंक हासिल किए और उनकी रैंक आठवीं रही। इसी तरह, कृष्णा की रैंक 107 है, और उनके माता-पिता दोनों जज हैं। कृष्णा का भी लक्ष्य जूडिशरी में करियर बनाने का है।