लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ में महिला चाय विक्रेता सिमरन गुप्ता के साथ पुलिस द्वारा की गई बदसलूकी का मामला तूल पकड़ चुका है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में सिमरन के साथ की गई अभद्रता साफ दिखाई दे रही है, जिसके बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया। यह घटना राम राम बैंक चौकी क्षेत्र की है, जहां रविवार देर रात पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर महिला से बदसलूकी और मारपीट की।
सिमरन गुप्ता मूल रूप से गोरखपुर की रहने वाली हैं और मॉडलिंग के क्षेत्र में काम कर चुकी हैं। लखनऊ में वह 'मॉडल चाय वाली' के नाम से एक स्टॉल चलाती हैं। घटना के समय वह अपने स्टाफ के साथ दुकान के निर्माण कार्य की निगरानी कर रही थीं। तभी राम राम बैंक चौकी प्रभारी आलोक चौधरी अपने सहयोगियों के साथ वहां पहुंचे और दुकान देर रात तक खुली होने का हवाला देते हुए उनके साथ कथित रूप से धक्का-मुक्की और गाली-गलौज की।
सिमरन का आरोप है कि पुलिस वालों ने उनके कॉलर तक खींचे और स्टाफ के सदस्यों के साथ भी मारपीट की गई। महिला पुलिसकर्मी ने खुद सिमरन के साथ हाथापाई की। इस पूरे मामले में डीसीपी नॉर्थ गोपाल कृष्ण चौधरी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चौकी प्रभारी आलोक चौधरी और कांस्टेबल अभिषेक कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही जांच की जिम्मेदारी एसीपी अलीगंज धर्मेंद्र रघुवंशी को सौंपी गई है।
मड़ियांव थाना प्रभारी शिवानंद मिश्रा ने बताया कि घटनास्थल का वीडियो वायरल होने के बाद ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पुलिस की ओर से यह सफाई दी गई कि देर रात दुकान पर भीड़ जमा थी, जिससे इलाके में असंतोष था। पुलिसकर्मी वहां दुकान बंद करवाने पहुंचे थे, लेकिन इसी दौरान महिला सिपाही और सिमरन गुप्ता के बीच झड़प हो गई। हालांकि, यह सवाल बना हुआ है कि भीड़ हटाने के नाम पर पुलिस ने क्या जरूरत से ज्यादा बल प्रयोग तो नहीं किया।