लखनऊ न्यूज डेस्क: ऑनलाइन ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का लालच देकर चार लोग साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस गए। ठगों ने उनसे निवेश के नाम पर मोटी रकम ट्रांसफर करवाई और मुनाफा भी दिखाया, लेकिन जब निवेशकों ने रकम निकालने की कोशिश की, तो जालसाज भाग निकले। पीड़ितों ने साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।
वृंदावन योजना के अनुज कुमार को एक युवती ने कॉल करके sayo traders go ऐप पर निवेश का ऑफर दिया और डबल मुनाफे का लालच दिया। उसने वॉट्सऐप पर एक लिंक भेजा और टेलिग्राम के जरिए ट्रेडिंग अकाउंट बनवाया, जिसमें अन्य निवेशक भी जुड़े हुए थे। उनके खातों में तेजी से प्रॉफिट दिख रहा था, जिससे प्रभावित होकर अनुज ने 52,77,000 रुपये छह अलग-अलग खातों में जमा कर दिए। लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने का प्रयास किया, तो निवेश करवाने वाले लोग गायब हो गए। इस पर अनुज ने साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।
कृष्णानगर के मयंक ने कोटक इंवेस्टमेंट क्लब के वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़कर 15.78 लाख रुपये निवेश किए। उनके अकाउंट में 4.50 करोड़ रुपये का मुनाफा दिख रहा था, लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की, तो उनसे 90 लाख रुपये टैक्स के रूप में मांगे गए। दबाव डालने पर उन्हें ग्रुप से निकाल दिया गया।
महानगर सुरक्षा शाखा के एसआई बृजेश कुमार सिंह भी आस्था सिक्यॉरिटी ऐंड वेव पोर्टल इंवेस्टमेंट ग्रुप के झांसे में आ गए। उन्होंने ट्रेडिंग के लिए 5.24 लाख रुपये लगाए, जो ठगों ने धोखे से हड़प लिए। जब उनसे और रकम टैक्स के रूप में मांगी गई, तब उन्हें एहसास हुआ कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं।
गोमती नगर के राजेश्वर ने यू-ट्यूब पर hibox indiya ऐप का प्रचार देखा, जिसमें घरेलू और इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ मुनाफा कमाने का दावा किया गया था। उन्होंने ऐप डाउनलोड कर 18,92,950 रुपये निवेश किए और पत्नी सहित चार अकाउंट बनाए। मुनाफे के साथ 23,13,476 रुपये दिख रहे थे, लेकिन 16 दिन बाद भी रकम वापस नहीं हुई। तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज करवाई।