हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 और 28 सितंबर 2025 को पंजाब के डेरा ब्यास का दौरा करेंगी। यह दावा एक यूट्यूब चैनल "दैनिक सवेरा" द्वारा प्रसारित किया गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया।
इस दावे को लेकर लोग तरह-तरह की अटकलें लगाने लगे और वीडियो को बड़े पैमाने पर शेयर भी किया जाने लगा। कई लोग इसे राष्ट्रपति के "धार्मिक झुकाव" से जोड़कर देख रहे थे, तो कुछ इसे "गोपनीय मिशन" बता रहे थे।
लेकिन क्या यह दावा सही है?
इस दावे की सच्चाई जानने के लिए PIB (Press Information Bureau) की फैक्ट चेक टीम ने इसकी गहराई से जांच की। PIB का मकसद केंद्र सरकार से जुड़ी खबरों और अफवाहों की सत्यता की पुष्टि करना और जनता को भ्रामक सूचनाओं से बचाना है।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
PIB द्वारा इस वायरल वीडियो की जांच के बाद यह बात साफ तौर पर सामने आई कि:
-
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के 27-28 सितंबर को डेरा ब्यास दौरे की कोई योजना नहीं है।
-
राष्ट्रपति भवन की ओर से भी ऐसी किसी यात्रा का कोई आधिकारिक कार्यक्रम या प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है।
-
वीडियो में किया गया दावा पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है।
जनता को चेतावनी
PIB ने इस फर्जी खबर को लेकर आम जनता को सचेत किया है। उन्होंने कहा है कि:
“कृपया इस प्रकार की अप्रमाणित और भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें। किसी भी खबर को शेयर करने से पहले सरकारी और अधिकृत स्रोतों से उसकी सत्यता की पुष्टि अवश्य करें। भ्रामक खबरें समाज में गलतफहमियां और अफवाहें फैलाने का काम करती हैं।”
सोशल मीडिया की जिम्मेदारी
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स सूचना का सबसे तेज माध्यम बन चुके हैं। लेकिन, इन प्लेटफॉर्म्स पर फैलने वाली अफवाहें और गलत खबरें भी उतनी ही खतरनाक हो सकती हैं। यही वजह है कि हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वह कोई भी जानकारी शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई जांच ले।
क्यों फैलती हैं ऐसी खबरें?
-
व्यूज और सब्सक्राइबर्स बढ़ाने की होड़ में कई यूट्यूब चैनल्स भ्रामक थंबनेल और टाइटल का इस्तेमाल करते हैं।
-
कुछ समूह राजनीतिक या सामाजिक एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए जानबूझकर फर्जी खबरें फैलाते हैं।
-
लोगों की भावनाओं से खेलकर ज़्यादा ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की जाती है।
क्या करें?
-
कोई भी खबर पढ़ने के बाद उसे तुरंत शेयर न करें।
-
सरकारी वेबसाइट्स जैसे https://pib.gov.in पर उसकी पुष्टि करें।
-
संदिग्ध वीडियो और मैसेजेस को रिपोर्ट करें और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करें।
निष्कर्ष
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के डेरा ब्यास दौरे की खबर पूरी तरह से झूठी और भ्रामक है। यह सिर्फ एक फर्जी दावा है जो सोशल मीडिया पर सनसनी फैलाने के लिए वायरल किया गया। भारत के नागरिकों को चाहिए कि वे सत्यता की जांच किए बिना किसी भी खबर को न फैलाएं, और देश में शांति और जानकारी की स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग करें।