लखनऊ न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में मानसून अब धीरे-धीरे विदाई की ओर बढ़ रहा है। सितंबर के तीसरे सप्ताह के अंत तक बारिश का आंकड़ा लगातार घट रहा है। मौसम विभाग के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में सामान्य कोटे से 2% कम बारिश हुई थी, जो 20 सितंबर तक बढ़कर 3% कम हो गई है। यानी प्रदेश में अब तक जितनी बारिश होनी चाहिए थी, उससे कम ही रिकॉर्ड की गई।
रविवार को लखनऊ में मौसम साफ रहा, हालांकि कुछ इलाकों में बादलों की हल्की छांव दिखी, लेकिन बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार 22 सितंबर को भी आसमान साफ रहेगा और बारिश की कोई संभावना नहीं है। दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री और रात का न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। विभाग का मानना है कि मानसून अक्टूबर के पहले सप्ताह तक विदाई ले सकता है, लेकिन नवरात्रि और दशहरे के दौरान पूर्वी यूपी में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रह सकता है।
खेती-किसानी के लिहाज से मौसम अब तक सामान्य रहा है। 22 सितंबर से हथिया नक्षत्र की शुरुआत हो रही है, जो धान की फसल और अन्य दलहनी व तिलहनी फसलों के लिए लाभकारी माना जाता है। हल्की बारिश फसल में नमी बनाए रखती है और कीटों से बचाव करती है, साथ ही रबी की बुवाई का रास्ता खोलती है। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों का चेतावनी है कि अगर बारिश बहुत तेज हुई तो धान की फसल गिर सकती है, जिससे कटाई और गुणवत्ता पर असर पड़ेगा। कुल मिलाकर, यूपी में मानसून अपने अंतिम पड़ाव पर है, और किसानों की निगाहें हथिया नक्षत्र की हल्की बूंदाबांदी पर टिकी हैं।