संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान शुक्रवार को पाकिस्तान के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। इस दौरे को पाकिस्तान और UAE के बीच मजबूत होते रिश्तों और निवेश एवं सुरक्षा सहयोग के नए अवसरों के रूप में देखा जा रहा है।
स्वागत समारोह और एयरक्राफ्ट सलामी
जैसे ही शेख मोहम्मद बिन जायेद विमान से उतरे, उन्हें पाकिस्तान के चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज और चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने गले लगाकर स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कुछ सेकंड के लिए अपने कान में फुसफुसाते हुए बातें कीं। वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री इसहाक डार भी स्वागत में मौजूद थे।
उनके स्वागत के लिए जमीन पर 21 तोपों की सलामी दी गई और आसमान में JF-17 एयरक्राफ्ट द्वारा सम्मान किया गया। पाकिस्तानी रेडियो की रिपोर्ट के अनुसार, जब उनका एयरक्राफ्ट पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया, तो उनके विमान के साथ पाकिस्तानी सेना के एयरक्राफ्ट ने फ्लाइंग सम्मान भी दिया।
आधिकारिक और अनऑफिशियल विजिट का अंतर
यह शेख मोहम्मद बिन जायेद की पाकिस्तान की पहली आधिकारिक यात्रा है। इससे पहले वह अपने परिवार के साथ अनऑफिशियल विजिट पर पाकिस्तान आते रहे हैं, लेकिन इस बार की यात्रा पूरी तरह से ऑफिशियल है। पाकिस्तान सरकार ने इस अवसर पर शुक्रवार को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया है।
दौरे के उद्देश्य
इस दौरे को लेकर पाकिस्तान और UAE में कई चर्चाएं शुरू हो गई हैं। कुछ पाकिस्तानी विशेषज्ञों का कहना है कि UAE ने पाकिस्तान को जो लोन और निवेश किया है, उसी पर इस दौरे में चर्चा होने की संभावना है। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करने के कदम उठाने पर भी बातचीत हो सकती है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, UAE राष्ट्रपति शहबाज शरीफ के साथ द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे। इसमें व्यापार, निवेश, ऊर्जा, सुरक्षा, और क्षेत्रीय सहयोग के मुद्दे शामिल हैं। इसके साथ ही क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोनों देशों के हितों पर भी विचार-विमर्श होगा।
साथ आए सलाहकार और प्रतिनिधिमंडल
UAE राष्ट्रपति के साथ उनके वरिष्ठ सलाहकार शेख सुल्तान बिन हमदान अल नहयान और शेख मोहम्मद बिन हमाद बिन तहनून अल नहयान भी इस दौरे में मौजूद हैं। यह दर्शाता है कि यह दौरा केवल औपचारिक स्वागत तक सीमित नहीं है, बल्कि रणनीतिक और आर्थिक समझौतों पर गहन बातचीत का अवसर है।