मुंबई, 29 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिका ने ये मानने से इनकार कर दिया कि इजराइली सेना ने राफा को कब्जे में लेने के लिए बड़े स्तर पर ऑपरेशन लॉन्च किया है। BBC के मुताबिक, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका को नहीं लगता कि इजराइल ने पूरे राफा पर कब्जा कर लिया है। जबकि, इजराइली सेना 7 मई को टैंकों के साथ राफा में कब्जे के इरादे से घुस गई थी। अब वे राफा के सेंटर तक पहुंच गए हैं और उन्होंने मिस्र के बॉर्डर पर भी कब्जा कर लिया है। वहीं, रविवार को इजराइली सेना के हमले में राफा के रिफ्यूजी कैंप में रह रहे 45 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
तो वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक महीने पहले इजराइल को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर इजराइल राफा के राहत शिवरों या ज्यादा जनसंख्या वाले इलाकों पर हमला करता है तो वे इजराइल को हथियार देना बंद कर देंगे। उन्होंने कहा था कि इजराइल राफा में घुसपैठ को लेकर अमेरिका की खींची लकीर का न लांघे। अब 45 लोगों की मौत के बाद व्हाइट हाउस ने ये मानने से इनकार कर दिया कि इसमें इजराइल का हाथ था। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजराइल मामले की जांच कर रहा है। इसलिए इस मामले में वे फिलहाल कुछ नहीं कह सकते हैं। वहीं, जब व्हाइट हाउस से सवाल किया गया कि क्या इजराइल ने राफा में हमला कर अमेरिका की खींची सीमा का उल्लंघन किया हैं? तो इसका जवाब देते हुए किर्बी ने साफ कर दिया कि अमेरिका को ऐसा नहीं लगता कि इजराइल ने कुछ गलत किया है। साथ ही, किर्बी ने कहा हमने अब तक इजराइली सेना को राफा में तबाही मचाते नहीं देखा है। हमने नहीं देखा कि इजराइली सेना की बड़ी-बड़ी टुकड़ियां राफा में घुस रही हों। उन्होंने कहा कि हमने इजराइल के लिए अपनी नीतियों में कोई बदलाव नहीं किया है। व्हाइट हाउस का कहना है कि अमेरिका राफा पर कब्जे का समर्थन नहीं करता है। अगर उन्हें लगा कि इजराइल ने उनकी रेड लाइन क्रॉस की तो उसको इजराइल का समर्थन न करने के बारे में सोचना पड़ सकता है।जॉन किर्बी ने बताया कि 25 मई को हमास की अल-कासिम बिग्रेड ने तेल अवीव में हमला किया था। इसके बाद इजराइल ने एयर स्ट्राइक की, जिसमें हमास के दो अधिकारियों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि जिस जगह यह हमला हुआ वहां हमास के हथियार और विस्फोट थे, जिस कारण आग लगी और 45 लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि राफा में हुई घटना दिल दहला देने वाली और डरावनी है। जंग में किसी निर्दोष की जान नहीं जानी चाहिए।