लखनऊ न्यूज डेस्क: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 28 नवंबर को लखनऊ दौरे पर आ रही हैं, जहां वे ‘विश्व एकता एवं विश्वास के लिए ध्यान’ अभियान का उद्घाटन करेंगी। यह कार्यक्रम सुल्तानपुर रोड स्थित गुलजार उपवन राजयोग ट्रेनिंग सेंटर में होगा। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम का मकसद लोगों को विश्व स्तर पर एकता और भरोसे की दिशा में जोड़ना है।
ब्रह्मकुमारीज संस्थान की निदेशिका बीके राधा दीदी ने बताया कि इस वर्ष की थीम दुनिया को आपसी विश्वास और एकता की ओर प्रेरित करने पर केंद्रित है। यह अभियान केवल लखनऊ में ही नहीं बल्कि ब्रह्मकुमारीज़ के 140 देशों में मौजूद 8000 से अधिक सेवा केंद्रों पर भी एक साथ चलाया जा रहा है। संस्था का मानना है कि ध्यान के जरिए समाज में शांति और सामंजस्य बढ़ाया जा सकता है।
राधा दीदी ने राजयोग सेंटर के नए विस्तार की जानकारी देते हुए बताया कि पहले फेज में ‘दिव्य संस्कृति भवन’ तैयार किया गया है, जिसमें दो सेमीनार हॉल, विशेष मेडिटेशन रूम, 5000 लोगों के लिए भंडारा और 200 से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। दूसरे फेज में दो हजार क्षमता वाला ऑडिटोरियम और तीसरे फेज में 300 लोगों के रहने का आवासीय भवन बनाया जाएगा। इस भवन का भूमिपूजन 5 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दादी जानकी द्वारा किया गया था।
उन्होंने बताया कि ब्रह्माकुमारीज़ का पहला सेवाकेंद्र 1955 में हजरतगंज में खोला गया था, जहां संस्थापक ब्रह्मा बाबा और मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती भी कुछ समय रहे थे। आज लखनऊ में ऐसे 21 सेवाकेंद्र चल रहे हैं, जिनमें 100 से अधिक ब्रह्माकुमारी बहनें समाज सेवा और आध्यात्मिक कार्यों में लगी हैं। संस्था का मानना है कि इन सेवाओं से शहर में सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ती है।