लखनऊ न्यूज डेस्क: अयोध्या के कर्बला अब्बास बाग पर सोमवार शाम तीखी घटना हुई जब शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद पर कुछ लोगों ने ईंट पत्थर से हमला करने की कोशिश की। शुक्र है कि मौलाना को शारीरिक चोट नहीं आई, लेकिन उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया। मौलाना ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में ही उनकी गाड़ी पर हमला हुआ और षड्यन्त्र कर उन्हें मारने की कोशिश की गई।
मौलाना कल्बे जव्वाद उस समय वहां गए थे जब वे कर्बला की जमीन पर हो रहे अवैध कब्जे का निरीक्षण करना चाहते थे। कर्बला के केयरटेकर सैय्यद सारिम की शिकायत पर पंकज, मुजम्मिल, शाजान, रचित टंडन, सिराज, काशान समेत करीब 20-25 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। हमले के बाद मौलाना समर्थकों के साथ धरने पर भी बैठ गए थे।
घटना के दौरान मौलाना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस पर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि पिछले 30 साल में कर्बला की लगभग 20 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा और निर्माण हो चुका है, बावजूद इसके प्रशासन व कानून प्रवर्तन सख्ती नहीं बरत रहा। उन्होंने बताया कि आठ महीने पहले भी उन पर हमला हुआ था और तब पुलिस की कार्रवाई न होने के कारण हालात दोबारा बन गए। मौलाना ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम भी दे दिया है।
स्थानीय निवासी और कर्बला के साथ जुड़े लोग भी मौलाना के साथ खड़े हैं। कई लोगों ने कहा कि अवैध कब्जाधारियों के पीछे बड़े लोगों का हाथ है और कई बार शिकायत के बावजूद मामलों में ठोस कदम नहीं उठाए गए। विरोध में कुछ लोगों ने शहरव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और मौके पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया गया था। घटना के बाद मौलाना ने धरना समाप्त किया और बाद में अपनी नियुक्ति के अनुसार निकाह पढ़ाने चले गए। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की पहचान कर तफ्तीश जारी है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।