मुंबई, 25 जनवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आर्म्ड फोर्स और सेंट्रल आर्म्ड फोर्स के 93 जवानों को वीरता पुरस्कार देने की मंजूरी दी। इनमें 2 कीर्ति चक्र (1 मरणोपरांत) और 14 शौर्य चक्र (3 मरणोपरांत) शामिल हैं। कीर्ति चक्र देश का दूसरा सबसे बड़ा शांतिकालीन वीरता पुरस्कार है। यह 22 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर मंजीत और 28 राष्ट्रीय राइफल्स के नायक दिलवर खान (मरणोपरांत) को प्रदान किया गया है। इसके अलावा आर्म्ड फोर्स और अन्य कर्मियों को 305 डिफेंस डेकोरेशन की भी मंजूरी दी गई है। इनमें 30 परम विशिष्ट सेवा मेडल, पांच उत्तम युद्ध सेवा मेडल, 57 अति विशिष्ट सेवा मेडल, 10 युद्ध सेवा मेडल शामिल हैं। इसके साथ ही एक बार टू सेना मेडल (वीरता), 66 सेना मेडल (सात मरणोपरांत), 2 नौ सेना मेडल, और 8 वायु सेना मेडल, चार बार टु विशिष्ट सेवा मेडल और 132 विशिष्ट सेवा मेडल शामिल हैं।
वहीं, इससे पहले केंद्र सरकार ने पुलिस, फायर डिपार्टमेंट और सिविल डिफेंस के 942 जवानों के लिए वीरता (गैलेंट्री) और सेवा पदक (सर्विस मेडल) की घोषणा की थी। विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (PSM) पाने वाले 101 लोग हैं। सराहनीय सेवा के लिए मेडल (MSM) पाने वाले 746 कर्मी हैं। केंद्र सरकार ने 95 लोगों को वीरता पदक दिया। इनमें 5 नाम ऐसे हैं जिन्हें मरणोपरांत सम्मानित किया गया। इनमें J&K पुलिस के डिप्टी SP हुमायूं मुजमिल, हेड कॉन्स्टेबल गिरजेश कुमार उद्दे (BSF), कॉन्स्टेबल सुनील कुमार पांडे (CRPF), हेड कॉन्स्टेबल रवि शर्मा (SSB) और सिलेक्शन ग्रेड फायरमैन सतीश कुमार रैना शामिल हैं। जिन 95 गैलेंट्री अवॉर्ड्स की घोषणा की गई है, इनमें 28 नाम नक्सल-उग्रवाद प्रभावित इलाकों से हैं। 28 नाम जम्मू-कश्मीर क्षेत्र से, 3 नाम नॉर्थ-ईस्ट और 36 नाम दूसरे क्षेत्रों से हैं। वीरता पदक की पुलिसकर्मियों में सबसे ज्यादा नाम उत्तर प्रदेश से हैं। जम्मू-कश्मीर से 15 नाम हैं। ये सम्मान सैन्य, पुलिस और अन्य कर्मियों को वीरता और उनके बलिदान के लिए दिए जाते हैं।