ताजा खबर
लखनऊ में लापरवाही करने वाले दो दरोगा निलंबित   ||    लखनऊ को मिलेगा इंटरनैशनल कन्वेंशन सेंटर, जानिए कितने साल में होगा तैयार   ||    Karwa Chauth 2024 Upay: करवा चौथ पर महिलाएं करें ये उपाय, रिश्ता होगा अटूट, पार्टनर का मिलेगा प्यार,...   ||    Kalki Avatar: धर्म की स्थापना के लिए होगा भगवान कल्कि का आगमन, 2 मिनट के इस वीडियो में जानें कब लेंग...   ||    लखनऊ में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण 2000 मरीजों को नहीं मिला इलाज, OPD और वार्ड में हड़कंप   ||    लखनऊ को जल्द मिलेगी एक और वंदे भारत एक्सप्रेस, पढ़ें डेस्टिनेशन   ||    लखनऊ में गैंगरेप केस पर कांग्रेस का हमला, यूपी सरकार की कानून व्यवस्था पर गंभीर आरोप   ||    लखनऊ के इन इलाकों में आज बिजली कटौती, दो लाख लोगों को झेलनी पड़ेगी परेशानी   ||    लखनऊ में रेलवे स्टेशन पर प्रेमी-प्रेमिका की जहर खाने की घटना, रहस्य गहराया   ||    पुलिस हिरासत में युवक की मौत पर लखनऊ में राजनीति गरमाई, पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR   ||   

शांतिनिकेतन यूनिवर्सिटी में शिलापट्‌ट पर PM मोदी का नाम, गवर्नर ने यूनिवर्सिटी से मांगा जवाब, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Friday, October 27, 2023

मुंबई, 27 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पश्चिम बंगाल की शांतिनिकेतन यूनिवर्सिटी में एक शिलापट्‌ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वाइस चांसलर का नाम लिखने को लेकर विवाद हो गया है। शिला पर रवींद्रनाथ टैगोर का नाम नहीं था। टैगोर ने ही यूनिवर्सिटी की स्थापना पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में की थी। इस पर गवर्नर सीवी आनंद बोस ने यूनिवर्सिटी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा। उन्होंने कहा, रवींद्रनाथ टैगोर सिर्फ बंगाल या भारत नहीं, बल्कि मानवता की महानता के प्रतीक हैं। नई तख्ती पर उनका नाम लिखकर सम्मान देना चाहिए। राज भवन के सूत्रों ने बताया कि शांतिनिकेतन के वाइस चांसलर बिद्युत चक्रवर्ती ने गवर्नर को स्पष्टीकरण देते हुए अपने जवाब में लिखा, तख्ती पर क्या लिखना है, इसकी अनुमति उन्होंने भारत सरकार के पुरातत्व विभाग से ली थी।

ममता बनर्जी ने इसकी आलोचना करते हुए यूनिसर्विटी प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था। ममता ने बीते दिन कहा, शांतिनिकेतन की पहचान रवींद्रनाथ टैगोर से है और तख्ती से उन्हीं का नाम हटा दिया। हम दुर्गा पूजा के कारण चुप थे। अगर विश्व भारती यूनिवर्सिटी ने 24 घंटे के भीतर टैगोर के नाम की नई तख्ती नहीं लगाई तो हम कविगुरु की फोटो अपने सीने पर रखकर प्रदर्शन करेंगे। जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी के बाहर प्रदर्शन भी किया। वहीं बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, रवींद्रनाथ टैगोर शांतिनिकेतन में हमेशा मौजूद हैं। सब जानते हैं कि टैगोर के बिना शांतिनिकेतन कुछ नहीं है। ममता बनर्जी राजनीतिक फायदे के लिए विवाद को बढ़ा रही हैं।

आपको बता दें, शांतिनिकेतन वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल होने वाली भारत की 41वीं धरोहर है। लंबे समय से इसे हेरिटेज लिस्ट में शामिल करने की मांग की जा रही थी। इससे पहले आगरा किला, अजंता की गुफाएं, ताजमहल, कोणार्क सूर्य मंदिर, काजीरंगा नेशनल पार्क, फतेहपुर सीकरी, सांची और जयपुर के जंतर मंतर समेत कई धरोहरों को इस लिस्ट में शामिल किया गया है। दुनिया की कुल 1172 प्रॉपर्टी वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल हैं। सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों को इसमें शामिल किया जाता है।


लखनऊ और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Lucknowvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.