मुंबई, 25 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने NCP अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। मीटिंग में पवार ने कहा कि वे केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली सरकार का समर्थन करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि अगर सभी गैर भाजपा पार्टियां साथ आ जाएं तो राज्यसभा में अध्यादेश को पास होने से रोक सकती हैं। उन्होंने कहा कि वे राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मुलाकात का समय मांगेंगे। केजरीवाल से मीटिंग के बाद शरद पवार ने कहा कि चुनी हुई सरकारों के अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए। सभी विपक्षी पार्टियों को इस मामले में AAP का समर्थन करना चाहिए। केजरीवाल को सभी पार्टियों से मिलकर उन्हें राजी करना चाहिए, चाहे वह कांग्रेस हो या बीजू जनता दल। यह करना हमारी जिम्मेदारी है। संसदीय लोकतंत्र की रक्षा होनी चाहिए।
वहीं, केजरीवाल ने कहा कि अगर किसी राज्य की जनता गैर-भाजपा सरकार को चुनती है तो भाजपा उस सरकार को गिराने के लिए 3 तरीके अपनाती है। पहला, उनके विधायकों को खरीद लेती है। दूसरा, ED और CBI का जर दिखाती है। तीसरा, अध्यादेश लेकर आती है, जिससे चुनी हुई सरकार अपना काम ना कर पाए। आपको बता दे, केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी 11 जून को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली कर शक्ति प्रदर्शन करेगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, महारैली में विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की तैयारी है। गोपाल राय ने बताया कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने संविधान का मजाक बना दिया है यह महारैली इसके खिलाफ है।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 11 मई को आदेश दिया था कि दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग के अधिकार दिल्ली सरकार के पास रहेंगे। इसके बाद, केंद्र सरकार ने एक अध्यादेश लाकर ये अधिकार उपराज्यपाल को दे दिए थे। केजरीवाल इसके विरोध में विपक्षी दलों का समर्थन जुटाने के लिए देश भर के विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं।