मुंबई, 20 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। महाराष्ट्र पुलिस ने पॉलिटिकल एनालिसिस करने वाली संस्था सेंटर फॉर स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज (CSDS) के डायरेक्टर संजय कुमार के खिलाफ बुधवार को FIR दर्ज की है। यह मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 175, 353(1)(B), 212 और 340(1)(2) के तहत दर्ज हुआ है। आरोप है कि संजय ने चुनाव से जुड़ी गलत जानकारी साझा की और चुनाव संबंधी नियमों का उल्लंघन किया।
दरअसल, संजय कुमार ने 17 अगस्त को सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दावा किया था कि महाराष्ट्र की कुछ विधानसभा सीटों पर वोटर्स की संख्या में भारी कमी आई है। उनकी पोस्ट में कहा गया था कि रामटेक विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान 4 लाख 66 हजार 203 मतदाता दर्ज थे, जबकि विधानसभा चुनाव में यह संख्या घटकर 2 लाख 86 हजार 931 रह गई। यानी करीब 1 लाख 79 हजार वोटर्स यानी लगभग 38% मतदाता कम हो गए। इसी तरह देवलाली विधानसभा क्षेत्र में भी लोकसभा चुनाव 2024 में 4 लाख 56 हजार 72 वोटर्स दर्ज थे, लेकिन विधानसभा चुनाव में यह संख्या घटकर 2 लाख 88 हजार 141 हो गई। यहां करीब 1 लाख 67 हजार वोटर्स यानी लगभग 37% मतदाता घटने का दावा किया गया।
हालांकि, इन दावों के बाद संजय कुमार ने 19 अगस्त को अपनी पोस्ट डिलीट कर दी और सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। उन्होंने एक्स पर लिखा कि महाराष्ट्र चुनाव से संबंधित डेटा की तुलना करते समय त्रुटि हुई। उनकी टीम ने गलत तरीके से आंकड़े पढ़ लिए और अनजाने में यह पोस्ट शेयर हो गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि गलत सूचना फैलाने का उनका कोई इरादा नहीं था। इसी मामले को लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (ICSSR) ने भी CSDS को नोटिस जारी किया है। ICSSR का कहना है कि CSDS ने चुनाव आयोग के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की पक्षपातपूर्ण व्याख्या पर आधारित मीडिया स्टोरीज़ प्रकाशित कीं, जिससे भ्रम की स्थिति बनी। इस पूरे विवाद पर बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया दी है और कहा कि राहुल गांधी जिन विशेषज्ञों पर भरोसा करते हैं, वे खुद गलत आंकड़े पेश करके देश को गुमराह कर रहे हैं।