उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलफाम सिंह यादव की उनके ही घर में घुसकर हत्या कर दी गई। घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। बाइक सवार तीन युवक उनके घर पहुंचे और मुलाकात के बहाने अंदर घुसे। मौका मिलते ही उन्होंने गुलफाम सिंह यादव के पेट में जहर का इंजेक्शन लगा दिया। इलाज के लिए ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई।
हत्या कैसे हुई?
यह सनसनीखेज वारदात संभल जिले के गुन्नौर तहसील के जुनावई थाना क्षेत्र के गांव दबथरा हिमाचल में हुई। जानकारी के मुताबिक, तीन युवक बाइक पर सवार होकर गुलफाम सिंह यादव के घर पहुंचे। वे भाजपा नेता से मिलने के बहाने अंदर गए। बातचीत के दौरान उन्होंने हालचाल पूछा और पानी मांगा। गुलफाम सिंह यादव ने जब उन्हें पानी दिया और आराम करने के लिए लेटे, तभी एक युवक ने जहर का इंजेक्शन उनके पेट में घुसेड़ दिया। हालत बिगड़ने पर परिवार वालों ने उन्हें सीएचसी जुनावई पहुंचाया। वहां से हालत गंभीर बताकर अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही गुलफाम सिंह यादव ने दम तोड़ दिया।
कौन थे गुलफाम सिंह यादव?
65 वर्षीय गुलफाम सिंह यादव पिछले तीन दशकों से राजनीति में सक्रिय थे। उनकी पत्नी जावित्री देवी वर्तमान में तीसरी बार गांव की प्रधान हैं। उनके आठ बच्चे हैं, जिनमें दो बेटे और छह बेटियां शामिल हैं।
- बड़े बेटे दिव्य प्रकाश यादव राजनीति में सक्रिय हैं। वह 2019 के उपचुनाव में ब्लॉक प्रमुख बने थे।
- छोटा बेटा विकास यादव खेती करता है।
- सभी बेटियां शादीशुदा हैं, जबकि दिव्य प्रकाश अविवाहित हैं।
राजनीति में लंबा अनुभव
गुलफाम सिंह यादव अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य भी रह चुके थे।
- उन्हें 2022 में संभल विधानसभा का प्रभारी नियुक्त किया गया था।
- वह कई बार लोकसभा चुनावों में भी पार्टी के प्रभारी बने।
- वर्ष 2004 के उपचुनाव में उन्होंने गुन्नौर विधानसभा सीट से मुलायम सिंह यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
- उस चुनाव में मुलायम सिंह यादव को 91.77% (1 लाख 95 हजार 213 वोट) मिले थे।
- गुलफाम सिंह यादव को मात्र 6941 वोट ही मिल पाए थे।
पुलिस की कार्रवाई और जांच जारी
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जुनावई थाना पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। इस हत्याकांड के पीछे साजिश या रंजिश की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी की जाएगी। ग्रामीणों और समर्थकों में आक्रोश है। उन्होंने कड़ी सुरक्षा की मांग करते हुए कहा कि गुलफाम सिंह यादव को साजिश के तहत मार डाला गया।
निष्कर्ष
गुलफाम सिंह यादव की हत्या ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में नई हलचल मचा दी है। एक वरिष्ठ नेता को सुनियोजित तरीके से मारना, यह दर्शाता है कि गांव की राजनीति में भी अब हिंसा और रंजिश ने जगह बना ली है। अब सभी की निगाहें पुलिस पर टिकी हैं, कि वह इस हत्या की गुत्थी कब तक सुलझा पाती है और दोषियों को सजा दिला पाती है।