आज के दौर में सोशल मीडिया सूचना का सबसे तेज़ माध्यम बन चुका है। लेकिन इसी रफ्तार के साथ भ्रामक और फर्जी खबरें भी तेजी से फैलती हैं। अक्सर किसी फोटो, वीडियो या न्यूज कटिंग को बिना जांचे-परखे लोग शेयर कर देते हैं, जिससे अफवाहें फैलने लगती हैं। ऐसी ही एक फर्जी रिपोर्ट को लेकर हाल ही में बवाल मच गया है, जिसमें दावा किया गया कि कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भाजपा (BJP) के प्रचार अभियान का चेहरा बनने वाली हैं।
यह दावा सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) की एक रिपोर्ट की कटिंग को आधार बनाया गया है। लेकिन सच्चाई इससे काफी अलग है। भाजपा ने इस वायरल दावे को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे फेक न्यूज बताया है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले की सच्चाई।
क्या है वायरल दावा?
सोशल मीडिया पर एक कथित TOI रिपोर्ट की कटिंग शेयर की जा रही है, जिसमें लिखा है:
"ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस वार्ता का नेतृत्व करने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह, 9 जून को नरेंद्र मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर भाजपा के महिला-केंद्रित अभियान का चेहरा होंगी।"
रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा की अल्पसंख्यक शाखा अपने कार्यकर्ताओं को ‘चौपाल’ कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दे रही है, जहां इन दोनों सैन्य अधिकारियों को अल्पसंख्यक समुदायों के लिए रोल मॉडल के रूप में पेश किया जाएगा।
सच्चाई क्या है? (फैक्ट चेक)
भाजपा की सफाई:
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस रिपोर्ट को भाजपा ने फर्जी बताया है। पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने X (पूर्व में ट्विटर) पर स्पष्ट बयान जारी किया है। उन्होंने लिखा:
"यह #FakeNews है। भाजपा की कर्नल सोफिया कुरैशी या विंग कमांडर व्योमिका सिंह को किसी भी प्रकार के अभियान का चेहरा बनाने की कोई योजना नहीं है।"
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी की टिप्पणियों को गलत संदर्भ में पेश किया गया है। सिद्दीकी ने केवल इतना कहा था कि कर्नल कुरैशी मुस्लिम समुदाय में एक सशक्त महिला का उदाहरण हैं — लेकिन इसे अभियान से जोड़कर गलत तरीके से पेश किया गया।
सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें क्यों वायरल होती हैं?
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भावनात्मक अपील: जब किसी खबर में सेना, धर्म, राजनीति या महिला सशक्तिकरण जैसे विषय जुड़ते हैं, तो लोग उसे बिना जांचे शेयर कर देते हैं।
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स्रोत की पुष्टि नहीं: अधिकांश लोग खबर का सोर्स वेरिफाई नहीं करते और स्क्रीनशॉट या कटिंग देखकर ही मान लेते हैं।
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राजनीतिक एजेंडा: चुनावी मौसम में राजनीतिक माहौल गर्म रहता है, ऐसे में जानबूझकर अफवाह फैलाने की कोशिशें की जाती हैं।
ऐसी खबरों से बचने के उपाय
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किसी भी खबर को शेयर करने से पहले उसकी पुष्टि करें।
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अधिकृत मीडिया संस्थानों या संबंधित संगठनों की आधिकारिक वेबसाइट/सोशल मीडिया हैंडल से जानकारी लें।
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‘फैक्ट चेकिंग वेबसाइट्स’ जैसे PIB Fact Check, Alt News, BOOM आदि की मदद लें।
निष्कर्ष
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका को लेकर जो खबर वायरल हो रही है कि वे भाजपा के प्रचार अभियान का चेहरा बनेंगी, वह पूरी तरह झूठ और भ्रामक है। टाइम्स ऑफ इंडिया की जिस रिपोर्ट की कटिंग शेयर की जा रही है, वह एडिटेड और फर्जी है। भाजपा ने स्वयं इस खबर को खारिज कर दिया है और इसे फेक न्यूज करार दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हर खबर सही नहीं होती। ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते हमारा फर्ज़ है कि हम किसी भी जानकारी को जांचे-परखे बिना आगे न बढ़ाएं। सतर्क रहें, जागरूक रहें।