ताजा खबर
कनाडा सरकार ने इंफोसिस पर लगाया 82 लाख रुपये का जुर्माना   ||    Google Accidentally Deletes $125 Billion Pension Fund Account From Cloud   ||    प्रतिदिन 133 महिलाएँ अपने साथियों द्वारा मारी जा रही हैं; जानिए क्या है स्त्री हत्या और किन देशों ने...   ||    किर्गिस्तान भीड़ के हमलों के बीच भारत और पाकिस्तान ने छात्रों को अंदर रहने की चेतावनी दी   ||    वैज्ञानिकों ने खोजी ‘हत्यारी’ मकड़ी की नई प्रजाति, पैरों से दबोचती हैं शिकार, नाम भी अजीब   ||    छोटी उंगली को 360 डिग्री तक घुमा लेता है युवक, जिम से वायरल वीडियो को देख चुके हैं लाखों लोग   ||    प्रॉपर्टी या शेयर, किसमें लगाएं पैसा? घर की बढ़ रही कीमतें तो रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों की ऊंची...   ||    Kanya Utthan Yojana: बेटियों को 50 हजार रुपये दे रही सरकार, आज आवेदन करने की आखिरी तारीख   ||    Petrol Diesel Price Today: शनिवार को जारी हुई पेट्रोल-डीजल की कीमत? जानें ईंधन के नए रेट   ||    RCB Vs CSK: 18 मई को निर्णायक मुकाबला, अगर बारिश ने बिगाड़ा खेल… तो कौन करेगा क्वालीफाई   ||   

आखिर क्यों आज ही दिन मनाया जाता हैं विश्व रेडक्रॉस दिवस? जानें इसका इतिहास और महत्व

Photo Source :

Posted On:Wednesday, May 8, 2024

विश्व रेड क्रॉस दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस के रूप में मनाया जाता है। लगभग 150 वर्षों से दुनिया भर में रेड क्रॉस स्वयंसेवक असहाय और पीड़ित मानवता की मदद के लिए काम कर रहे हैं। भारत में वर्ष 1920 में संसद के एक अधिनियम के तहत भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी के गठन के बाद से ही रेड क्रॉस स्वयंसेवक विभिन्न आपदाओं में निस्वार्थ भाव से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस वर्ष इंटरनेशनल रेड क्रॉस ने अपना आदर्श वाक्य 'अपने पक्ष में स्वयंसेवक खोजें' दिया है। दुनिया के लगभग दो सौ देश एक विचार पर सहमत हैं और वह है रेड क्रॉस का विचार। रेड क्रॉस युद्ध के मैदान में घायल सैनिकों के इलाज के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं में फंसे लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहता है।

मरे हुओं को राहत के लिए अंतर्राष्ट्रीय समिति

बिना किसी भेदभाव के पीड़ित मानवता की सेवा करने के विचार की कल्पना करने वाले और रेड क्रॉस अभियान को जन्म देने वाले महान मानवतावादी जीन-हेनरी ड्यूनेंट का जन्म 8 मई 1828 को हुआ था। उनका जन्मदिन, 8 मई, दुनिया भर में विश्व रेड क्रॉस दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया और दुनिया भर के लोगों को मानव सेवक के रूप में स्थापित होने के लिए प्रेरित किया। सेवा कार्यों के लिए उनके द्वारा गठित सोसायटी को रेड क्रॉस कहा गया।

वर्तमान में रेड क्रॉस सोसायटी विश्व के 186 देशों में कार्य कर रही है। वर्ष 1901 में हेनरी ड्यूनेंट को उनके मानवीय कार्यों के लिए पहला नोबेल शांति पुरस्कार मिला। युद्ध में घायल सैनिकों की हालत से परेशान होकर हेनरी ड्यूनेंट ने 9 फरवरी 1863 को जिनेवा में एक पाँच सदस्यीय समिति का गठन किया। हेनरी की अवधारणा को 'इंटरनेशनल कमेटी फॉर रिलीफ टू द अंडरड' कहा गया। उसी वर्ष अक्टूबर में जिनेवा में ही एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें विभिन्न 18 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जिसमें रेडक्रॉस के क्रियान्वयन हेतु एक प्रारूप तैयार किया गया।

इस संगठन की पहचान के लिए सफेद पट्टी पर लाल क्रॉस चिन्ह की शुरुआत की गई। आज यह प्रतीक पूरे विश्व में पीड़ित मानवता की सेवा का प्रतीक बन गया है। यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि दुनिया का पहला ब्लड बैंक 1937 में रेड क्रॉस की पहल पर अमेरिका में खोला गया था। आज विश्व के अधिकांश ब्लड बैंक रेड क्रॉस और उससे संबद्ध संगठनों द्वारा संचालित होते हैं। रेड क्रॉस द्वारा चलाए गए रक्तदान जागरूकता अभियान के कारण आज थैलेसीमिया, कैंसर, एनीमिया जैसी कई घातक बीमारियों से हजारों लोगों की जान बचाई जा रही है।


लखनऊ और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Lucknowvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.