पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा चलाया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ न सिर्फ सैन्य स्तर पर एक बड़ी सफलता साबित हुआ, बल्कि इससे भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का भी प्रदर्शन हुआ। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट साफ देखी गई। उसने पहले तो भारत के सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाया, फिर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर झूठ फैलाकर खुद को पीड़ित दिखाने की कोशिश की।
पाकिस्तान की इस प्रोपेगेंडा रणनीति को जवाब देने के लिए भारत सरकार ने एक ठोस कूटनीतिक पहल की। भारत ने फैसला लिया कि वह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सच्चाई को दुनियाभर के देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के जरिए सामने लाएगा। इस कड़ी में पहला प्रतिनिधिमंडल UAE (संयुक्त अरब अमीरात) भेजा गया, जिसकी अगुवाई शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने की।
UAE में हुआ ‘ग्लोबल आउटरीच प्रोग्राम’
UAE पहुंचे भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने प्रवासी भारतीयों के साथ मिलकर ‘ग्लोबल आउटरीच प्रोग्राम’ का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में भारत की ओर से बांसुरी स्वराज, अतुल गर्ग और अन्य सांसदों ने हिस्सा लिया। बांसुरी स्वराज ने अपने संबोधन में सबसे पहले UAE सरकार को उनके समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद सिर्फ भारत नहीं, पूरी मानवता के लिए खतरा है। ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की वीरता और भारत की संप्रभुता की रक्षा का प्रमाण है। उन्होंने यह भी कहा कि "UAE में बसे भारतीय समुदाय का समर्पण और संस्कृति प्रेम ही है, जिसने भारत को वैश्विक मंच पर मजबूती दी है।"
ऑपरेशन सिंदूर बना ‘न्याय और शक्ति’ का प्रतीक
बांसुरी स्वराज ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय सेना ने आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि न्याय का संदेश था। उन्होंने इस ऑपरेशन को ‘न्याय और शक्ति का नया पर्याय’ बताते हुए कहा कि इससे दुनिया को यह संदेश गया कि भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
प्रवासी भारतीयों को बताया ‘ब्रह्मास्त्र’
इस कार्यक्रम में बांसुरी स्वराज ने प्रवासी भारतीयों को भारत का ब्रह्मास्त्र बताया। उन्होंने लोकसभा सांसद अतुल गर्ग की बात को दोहराते हुए कहा कि "आप जहां भी हैं, भारत के राजदूत हैं।" उन्होंने अपील की कि ऑपरेशन सिंदूर का संदेश और भारत की आतंकवाद के खिलाफ नीति को दुनिया भर में फैलाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय प्रवासी समुदाय की एकजुटता और प्रभाव अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की कूटनीतिक ताकत को कई गुना बढ़ा सकता है।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य जवाब नहीं था, यह भारत की नई रणनीतिक सोच और वैश्विक कूटनीति का हिस्सा है। पाकिस्तान की झूठी कहानियों को ध्वस्त करने के लिए भारत ने जो वैश्विक संवाद की पहल की है, वह एक दूरदर्शी कदम है। UAE में हुए ग्लोबल आउटरीच प्रोग्राम ने यह साबित कर दिया कि आज का भारत केवल सीमाओं पर नहीं, विश्व मंच पर भी आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है।