लखनऊ न्यूज डेस्क: इजरायल की सेना ने लेबनान के हिजबुल्लाह समूह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को मार गिराया है। अमेरिका, इजरायल और कई अन्य देशों द्वारा आतंकी संगठन माने जाने वाले हिजबुल्लाह के नेता की मौत ने मध्य पूर्व में तनाव बढ़ा दिया है। नसरल्लाह की मौत पर लेबनान और अन्य देशों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, और भारत के विभिन्न राज्यों में भी इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। लखनऊ में भी बड़ी संख्या में लोग नसरल्लाह की मौत का विरोध करते हुए सड़कों पर उतरे।
हसन नसरल्लाह की मौत के विरोध में लखनऊ के पुराने शहर में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका और इजरायल के खिलाफ नारेबाजी की। इस आंदोलन का नेतृत्व मौलाना कल्बे जव्वाद ने किया, जिन्होंने इस घटना के बाद रविवार से तीन दिन के शोक का ऐलान किया।
कल्बे जव्वाद के नेतृत्व में प्रदर्शन में लोगों से नसरल्लाह की मौत के खिलाफ अपने घरों में काले झंडे लगाने और दुकानों को बंद करने की अपील की गई। इसके अलावा, अधिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन और शोकसभाएं आयोजित करने का आग्रह भी किया गया। सआदतगंज के रुस्तम नगर स्थित दरगाह में भी एक प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें भारत सरकार से संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे पर ध्यान देने की मांग की गई।
लखनऊ में हसन नसरल्लाह की मौत के खिलाफ छोटे इमामबाड़ा से बड़े इमामबाड़ा तक कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे, नसरल्लाह की तस्वीरें और मशालें थाम रखीं और इजरायल व अमेरिका के खिलाफ नारे लगाए।