लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ के इंदिरा नगर में नगर निगम की अतिक्रमण हटाने वाली टीम पर हुए हमले के बाद मेयर सुषमा खर्कवाल ने कड़ा कदम उठाया। अवैध निर्माणों के खिलाफ चल रही कार्रवाई के दौरान करीब 250 लोगों की भीड़ ने टीम पर हमला कर दिया, जिसमें एक महिला कर्मचारी के गले से चेन झपटने की घटना भी हुई। इसके बाद मेयर ने बुलडोजर से 50 से अधिक झुग्गियों को ध्वस्त करवा दिया और इस हमले को लेकर आरोपियों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया।
मेयर ने इस हमले को लेकर रोहिंग्याओं का नाम लिया और कहा कि इस प्रकार की घटनाएं शहर में असमाजिक तत्वों के कारण हो रही हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "आतंकियों ये बांग्लादेश नहीं, लखनऊ नगर निगम है।" इस कड़े संदेश के बाद नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया।
घटना के बाद मेयर सुषमा खर्कवाल ने पुलिस आयुक्त से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। इसके बाद उन्होंने जिलाधिकारी को सूचना दी, जिन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने अधिकारियों को मौके पर भेजा। इस दौरान नगर निगम की टीम को सुरक्षा देने के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया।
इस मामले में नगर निगम ने अवैध रूप से बसने वाले लोगों की 50 से ज्यादा झुग्गी-झोपड़ियां हटा दी हैं। मेयर ने यह भी कहा कि नगर निगम किसी भी हालत में अवैध निर्माणों को बढ़ने नहीं देगा। उन्होंने यह भी बताया कि हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उनकी पहचान के बाद उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
यह घटना शहर में अतिक्रमण के खिलाफ चल रही मुहिम के बीच घटित हुई है, जो नगर निगम द्वारा समय-समय पर शहर को साफ और व्यवस्थित रखने के लिए की जाती है। इस कार्रवाई से स्थानीय लोग भी दो खेमों में बंट गए हैं, कुछ लोग इसे सही मानते हैं, जबकि कुछ ने इस कार्रवाई को ज़्यादा कड़ा बताया है।