लखनऊ न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के दुबग्गा इलाके में शुक्रवार शाम अवैध गैस रिफिलिंग के दौरान सिलेंडर फटने से बड़ा हादसा हो गया। इस विस्फोट में दो बच्चों समेत 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना मर्दापुर ग्रीन सिटी में हुई, जहां अवैध रिफिलिंग का काम चल रहा था।
हादसे के बाद डीसीपी पश्चिम ओमवीर सिंह ने कार्रवाई करते हुए स्थानीय दारोगा रामसेवक राणा और सिपाही मनोज कुमार को निलंबित कर दिया। जांच की जिम्मेदारी एसीपी मलिहाबाद को सौंपी गई है। डीसीपी ने बताया कि इलाके में 4-5 महीने से इस तरह के अवैध धंधे चल रहे थे।
डीसीपी के अनुसार, जिस स्थान पर विस्फोट हुआ, वहां रिफिलिंग का काम महज 5 दिन पहले शुरू हुआ था। उन्होंने स्थानीय पुलिस की लापरवाही का जिक्र करते हुए कहा कि बीट आरक्षी और हल्का प्रभारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई है।
एसीपी की रिपोर्ट के आधार पर स्पष्ट हुआ कि स्थानीय पुलिस को इस अवैध गतिविधि की जानकारी थी, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। डीसीपी ने कहा कि क्षेत्र में होने वाले अवैध कार्यों की जानकारी पुलिस को अपने नेटवर्क से मिलनी चाहिए।
अब इस पूरे मामले में थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच होगी। दोषी पाए जाने वाले सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
धमाके के कारण इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस ने अवैध गैस रिफिलिंग के खिलाफ सख्त कदम उठाने और ऐसी घटनाओं को रोकने के निर्देश दिए हैं।