लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ में ह्यूमन मेटाप्न्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के पहले घातक मामले की पुष्टि हुई है। यह मामला नेहरू नगर की 70 वर्षीय महिला से संबंधित है, जो 10 जनवरी को एचएमपीवी निगेटिव पाई गई थीं। हालांकि, इलाज के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई, और वह बलरामपुर अस्पताल में इलाज के दौरान 15 जनवरी को निधन हो गईं। महिला को पहले से ही कई गंभीर बीमारियां थीं, जिनमें टीबी, किडनी रोग, उच्च रक्तचाप और दिल की बीमारियां शामिल थीं।
महिला को 22 नवंबर 2024 से लगातार खांसी और बुखार की समस्या शुरू हुई। स्थानीय डॉक्टरों द्वारा दिए गए इलाज से कोई राहत नहीं मिलने पर, वह जनवरी में कानपुर रोड स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज कराने गईं। डॉक्टरों ने उन्हें निमोनिया और एचएमपीवी संक्रमण का संदेह जताया और 7 जनवरी को उनका सैंपल लिया। जांच रिपोर्ट में एचएमपीवी संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
सैंपल की पुष्टि के बाद महिला को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती किया गया। वहां दूसरे सैंपल की जांच की गई, जिसमें एक निजी लैब का सैंपल पॉजिटिव आया, जबकि बलरामपुर अस्पताल का सैंपल नेगेटिव था। हालांकि, नेगेटिव रिपोर्ट के बावजूद महिला की हालत बिगड़ती रही, और उन्हें आईसीयू में स्थानांतरित किया गया।
महिला को एचएमपीवी संक्रमण के अलावा कई अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं, जो उनके इलाज को और अधिक जटिल बना रही थीं। टीबी ने उनके फेफड़ों को कमजोर किया था, वहीं किडनी रोग, उच्च रक्तचाप और दिल की बीमारियां उनके उपचार में रुकावट डाल रही थीं। इन सभी समस्याओं ने उनकी रिकवरी को मुश्किल बना दिया।
15 जनवरी को उनकी स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई और उन्हें तुरंत आईसीयू में शिफ्ट किया गया। गहन चिकित्सा और उपचार के बावजूद, महिला की स्थिति में सुधार नहीं हुआ और उन्होंने अंतिम सांस ली। इस दुखद घटना ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क किया है और एचएमपीवी के प्रभाव के बारे में और अधिक जागरूकता फैलाने की आवश्यकता को उजागर किया है।