लखनऊ न्यूज डेस्क: झांसी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात हुई आग दुर्घटना के बाद लखनऊ के अस्पतालों में फायर सुरक्षा को लेकर कार्रवाई तेज कर दी गई है। लखनऊ के 80 अस्पतालों को फायर डिपार्टमेंट द्वारा नोटिस जारी किया गया, क्योंकि इनकी अग्नि सुरक्षा व्यवस्था मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई। लखनऊ के 906 अस्पतालों में से 301 अस्पतालों में ही मानक अनुसार फायर सुरक्षा व्यवस्था थी और इन्हें अग्नि सुरक्षा प्रमाण पत्र प्राप्त था।
झांसी मेडिकल कॉलेज में नवजात शिशु वार्ड में आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच के लिए 4 सदस्यीय टीम गठित की है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन ने 7 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। इस हादसे की जांच मुख्यमंत्री के निर्देश पर की जा रही है।
झांसी डीएम अविनाश कुमार ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। इस हादसे में 10 बच्चों की मौत हुई, जबकि 16 अन्य बच्चों का इलाज जारी है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे गए नवजातों को आग लगने के समय ऑक्सीजन के रिसाव के कारण हादसा हुआ। सूत्रों के मुताबिक, वार्ड के एंट्री और एग्जिट गेट में तकनीकी खामियां थीं, और एग्जिट गेट पर ताला लगा हुआ था, जिससे बच्चे सुरक्षित नहीं निकल सके।