लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ के पीजीआई इलाके में कासा ग्रीन अपार्टमेंट के पास जंगल में मिले रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी सत्येंद्र कुमार के शव मामले में पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। सत्येंद्र की पत्नी हेमलता ने कोर्ट में शिकायत की थी, उनका आरोप है कि पति की हत्या उनके पार्टनरों ने निवेश की रकम हड़पने के लिए की। सत्येंद्र 2021 में एयरफोर्स से रिटायर्ड होने के बाद प्रॉपर्टी का काम कर रहे थे।
22 सितंबर, 2023 को सत्येंद्र ने पार्टनरों से मिलने के लिए घर से निकला था, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटे। पत्नी ने कई बार संपर्क किया, लेकिन वह न तो फोन उठा रहे थे और न ही मिल पाए। अगले दिन पड़ोसियों से जानकारी मिली कि सत्येंद्र का शव कासा ग्रीन अपार्टमेंट के पास जंगल में मिला था, जिसे पहचान कर पत्नी ने पुलिस को सूचित किया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि सत्येंद्र की तीन प्रमुख नसें काटी गई थीं, जो खुद से नहीं कट सकतीं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हत्या का संकेत था। इसके बाद हेमलता ने पुलिस को शिकायत दी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज की।
हेमलता का कहना है कि घटना के बाद 5 नवंबर को फुहार इन्फ्रारियलिटी प्राइवेट लिमिटेड के सुनीता और बादशाह राजपूत ने उनसे संपर्क किया था और सत्येंद्र के निवेश से संबंधित दस्तावेज़ ले गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों ने दस्तावेज़ों को बहाने से हासिल कर निवेश की रकम हड़प ली और फिर हत्या की।
कोर्ट के आदेश पर पीजीआई पुलिस ने मामले में चार कंपनियों के प्रोप्राइटरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, और आरोपीों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।