लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ पुलिस ने एक मां-बेटे को गिरफ्तार किया है, जो ठगी के मामले में शहर में सक्रिय थे। आरोपी फरजाना बेगम उर्फ काजल शेख (44) और असलम (24) ने दुकानदारों को फॉरेन करेंसी (दिरहम) सस्ते दामों पर देने का लालच देकर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया। दोनों नोटों की गड्डी में कुछ असली दिरहम डालते थे, और बाकी जगह रद्दी कागज डालकर दुकानदारों को धोखा देते थे। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य सदस्यो की तलाश जारी है।
आरोपियों के पास से 20 हजार रुपये, 100 दिरहम के दो नोट और ठगी में इस्तेमाल की गई स्कूटी भी बरामद की गई है। दोनों ने लखनऊ के अलीगंज और नौबस्ता में दुकानदारों को निशाना बनाया था। अलीगंज में अबुल हसन से तीन लाख रुपये और नौबस्ता में प्रेमप्रकाश सक्सेना से 30 हजार रुपये ठगे थे। आरोपियों ने दुकानदारों से कहा था कि उनके पास सस्ते दामों पर दिरहम के कई नोट हैं, और दुकानदारों को झांसे में लेकर धोखाधड़ी की।
शिकार बने दुकानदारों को पहले असली दिरहम का एक नोट दिखाया गया, जिसके बाद उन्होंने आरोपी मां-बेटे पर विश्वास कर लिया। इसके बाद, बातों में उलझाकर और कुछ समय के लिए उन्हें स्कूटी से ले जाकर नकली नोट थमा दिए। धोखाधड़ी का पता तब चला, जब दुकानदारों ने दिरहम की जांच की और नोटों को फर्जी पाया। दोनों आरोपी स्कूटी से फरार हो गए थे, लेकिन पुलिस ने उनकी पहचान और गिरफ्तारी के लिए त्वरित कार्रवाई की।
पुलिस ने इस मामले में मदेयगंज पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया था। डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि सेंट्रल जोन और मदेयगंज पुलिस की टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि दोनों आरोपी मदेयगंज थाना क्षेत्र में सक्रिय थे और हाल ही में लखनऊ में आए थे। आरोपी मां-बेटे की योजना ठगी की वारदातों को अंजाम देने की थी, और इसके लिए वे स्कूटी से शहर में घूमते थे।
शातिर मां-बेटे की गिरफ्तारी से लखनऊ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस को पता चला है कि आरोपियों ने ठगी के लिए विभिन्न स्थानों पर दुकानदारों को टारगेट किया था। वे खुद को मुसीबत में बताकर विदेशी करेंसी के सस्ते दामों पर ऑफर देते थे, ताकि दुकानदारों का विश्वास जीत सकें। इस तरह की धोखाधड़ी की वारदातों में अब तक कई दुकानदारों को शिकार बनाया गया है।
आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है और पुलिस आगे की जांच कर रही है। डीसीपी रवीना त्यागी ने बताया कि इस गिरोह की सक्रियता के कारण अब दुकानदारों में चेतावनी फैल गई है। पुलिस टीम अब अन्य ठगी के मामलों की भी जांच कर रही है, जिसमें आरोपी शामिल हो सकते हैं।