मुंबई, 11 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। उत्तर प्रदेश और बिहार में लगातार हो रही तेज बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। बिहार के सात जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, जिससे करीब 10 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं। गंगा समेत राज्य की दस नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पटना जिले की 24 पंचायतें पानी से घिरी हुई हैं। उत्तर प्रदेश में भी नदियां और नाले उफान पर हैं। मुरादाबाद में रामगंगा नदी में बह गए एक बाइक सवार ने 22 घंटे तक एक पेड़ पर बैठकर अपनी जान बचाई, जिसे बाद में रेस्क्यू किया गया। बीते 24 घंटे में राज्य के 54 जिलों में औसतन 5.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बुलंदशहर के अहार इलाके में गंगा के तेज बहाव में सिद्ध बाबा गंगा घाट का गंगा मंदिर, हनुमान मंदिर, गुरु गोरखनाथ मंदिर, जाहरवीर बाबा मंदिर और तीन धर्मशालाएं बह गईं। फर्रुखाबाद में बाढ़ का पानी 40 गांवों में घुस गया है, जबकि महराजगंज और देवरुआ में कोबरा देखे जाने की घटनाएं सामने आई हैं। बुलंदशहर में 10 फीट लंबा अजगर बिजली के खंभे पर चढ़ गया।
मध्य प्रदेश में कुछ दिनों की राहत के बाद मौसम फिर बदलने वाला है। बंगाल की खाड़ी में 13 अगस्त से निम्न दाब क्षेत्र सक्रिय होगा, जिससे पूरे प्रदेश में एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। फिलहाल कुछ ही जिलों में हल्की बारिश हो रही है। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड से NH-305 का औट-सैंज मार्ग बंद हो गया है। राज्य की 360 से ज्यादा सड़कों पर यातायात प्रभावित है। मानसून से जुड़ी घटनाओं में इस सीजन अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 लोग अब भी लापता हैं। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार को 20 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर मातली हेलीपैड लाया गया। धराली और हर्षिल में फंसे लोगों तक भोजन और पानी पहुंचाया जा रहा है। अब तक एक हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है और तलाश व बचाव अभियान जारी है।