मुंबई, 28 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अमेरिका से आने वाली कपास पर 11% इम्पोर्ट ड्यूटी हटाकर भारतीय किसानों के साथ बड़ा धोखा किया है। उनका कहना था कि जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारतीय उत्पादों पर 50% टैरिफ लगाया है, तब भारत को भी कड़ा कदम उठाना चाहिए था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इसके उलट अमेरिकी सामानों को टैक्स फ्री कर दिया है, जिससे देश के किसानों पर आत्महत्या की नौबत आ सकती है। केजरीवाल ने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने यह फैसला चुपचाप लिया और 90 से 95% किसानों को इसकी जानकारी तक नहीं है। उन्होंने कहा कि अब अमेरिकी कपास भारतीय कपास से 15 से 20 रुपये किलो सस्ती बिकेगी, जिससे भारतीय किसानों की फसल मंडियों और बाजारों में बेकार हो जाएगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस कदम के पीछे अडाणी को बचाने की साजिश हो सकती है, क्योंकि अमेरिका में अडाणी से जुड़ा मामला चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो यह किसानों और देश दोनों के साथ विश्वासघात है।
आप संयोजक ने ऐलान किया कि 7 सितंबर को गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले के चोटीला में किसानों के समर्थन में बड़ी सभा की जाएगी। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों और किसान संगठनों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर एकजुट होकर किसानों का साथ दें। साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया के तमाम देशों ने अमेरिका की व्यापारिक नीतियों का डटकर जवाब दिया है और ट्रम्प को झुकना पड़ा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी बिना किसी मजबूती के झुक रहे हैं। इधर, केंद्र सरकार ने केजरीवाल के आरोपों के बाद प्रेस रिलीज जारी की। वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री की मांग पूरी करने और घरेलू निर्यातकों को समर्थन देने के लिए ही कपास पर इम्पोर्ट ड्यूटी से अस्थायी राहत दी गई है। पहले यह छूट 19 अगस्त से 30 सितंबर तक के लिए थी, लेकिन अब इसे 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है।