मुंबई, 04 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के भोपाल में दिए गए 'नरेंदर सरेंडर' वाले बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि सरेंडर भारत की परंपरा में नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी की संस्कृति का हिस्सा है। उन्होंने लिखा कि पाकिस्तान खुद स्वीकार कर रहा है कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में 18 जगहों पर हमला किया और भारी तबाही मचाई, जबकि राहुल गांधी इस ऑपरेशन को 'सरेंडर' बता रहे हैं। नड्डा ने कहा कि यह बयान देशद्रोह से कम नहीं है और यह दिखाता है कि राहुल गांधी की सोच कितनी खतरनाक है।
नड्डा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी का इतिहास ही सरेंडर से जुड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की घोषणा की थी, सरकार ने नहीं, और पाकिस्तान की सेना तक ने ऐसा कुछ नहीं कहा जैसा राहुल गांधी ने कह दिया। इसके साथ ही भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी ने जो टिप्पणी की है, वह न सिर्फ सेना का अपमान है बल्कि वह भाषा भी पाकिस्तान या आतंकी संगठनों ने इस्तेमाल नहीं की जो राहुल ने की। उन्होंने 1965 में जीते हाजी पीर दर्रे, 1960 में सिंधु जल समझौते, 1948 में कश्मीर और 1947 में देश का बंटवारा जैसे ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा कि कांग्रेस का पूरा इतिहास ही सरेंडर की घटनाओं से भरा पड़ा है।
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर देश के खिलाफ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह पाकिस्तान या चीन के पेड एजेंट की तरह व्यवहार कर रहे हैं। पात्रा ने कहा कि कोई भी जिम्मेदार विपक्षी नेता इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करता और राहुल गांधी राजनीति के लायक नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के भीतर नौ आतंकी लॉन्चपैड और 11 एयरबेस तबाह किए थे, इसके बावजूद राहुल गांधी ने उस पर सवाल उठाए।
वहीं राहुल गांधी ने अपने संबोधन में भाजपा और आरएसएस पर हमला करते हुए कहा कि ये दोनों संगठन संविधान को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि देश की सभी संस्थाओं पर भाजपा का कब्जा हो चुका है और धीरे-धीरे लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। राहुल ने आरोप लगाया कि देश का अधिकांश धन सिर्फ दो-तीन उद्योगपतियों के हाथ में सौंपा जा रहा है और इनका सीधा संबंध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से है। उन्होंने यह भी कहा कि अडाणी और अंबानी चीन में बने सामान को भारत में बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं, लेकिन भारत के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा। राहुल ने जातिगत जनगणना की मांग दोहराते हुए कहा कि इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि देश में किसके साथ अन्याय हो रहा है और कौन लाभ ले रहा है। उन्होंने दावा किया कि बेरोजगारी और आर्थिक असमानता की स्थिति को सरकार लगातार छिपा रही है, लेकिन सच्चाई को ज्यादा दिन छिपाया नहीं जा सकता।