जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में रमजान के पवित्र महीने के दौरान आयोजित एक फैशन शो ने पूरे राज्य में विवाद खड़ा कर दिया है। यह कार्यक्रम गुलमर्ग के स्की रिसॉर्ट में आयोजित किया गया था, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही बवाल मच गया। धार्मिक और राजनीतिक दोनों वर्गों ने इस आयोजन की तीखी आलोचना की है। इसे अश्लील बताते हुए कई संगठनों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है।
उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वह इस आयोजन से नाराज जनता की भावनाओं को समझते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह शो किसी भी तरह से सरकार से जुड़ा नहीं था। उमर अब्दुल्ला ने कहा,
"वहां एक निजी पार्टी आयोजित की गई थी, जिसमें फैशन शो किया गया। मैंने जो देखा, उसके अनुसार यह शो साल के किसी भी समय नहीं होना चाहिए था। और रमजान के पाक महीने में तो बिलकुल नहीं।"
सीएम ने यह भी कहा कि आयोजकों ने इसके लिए सरकार से किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली थी। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि यदि इस आयोजन में किसी कानून का उल्लंघन हुआ है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यदि जरूरी हुआ तो मामला पुलिस को सौंपा जाएगा और जांच करवाई जाएगी।
फैशन शो पर क्यों मचा बवाल?
रमजान का महीना इस्लाम धर्म में सबसे पाक और आध्यात्मिक महीना माना जाता है। इस महीने में मुस्लिम समाज विशेष इबादत, रोजा और सदाचार का पालन करता है। जम्मू-कश्मीर जैसे मुस्लिम बहुल इलाके में रमजान के दौरान इस तरह का फैशन शो, जिसमें पुरुष और महिलाएं आधुनिक और छोटे कपड़ों में रैंप वॉक करते नजर आए, धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंचाने वाला माना जा रहा है।
स्थानीय लोगों और धार्मिक संगठनों का कहना है कि रमजान के दौरान ऐसा कार्यक्रम करना बेहद असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदाराना है। कई स्थानीय नेताओं ने इसे सामाजिक और धार्मिक मूल्यों के खिलाफ बताया है।
धार्मिक और राजनीतिक संगठनों की प्रतिक्रिया
राजनीतिक दलों और धार्मिक नेताओं ने एक सुर में इस कार्यक्रम की निंदा की है। उन्होंने इसे जम्मू-कश्मीर की संस्कृति और धार्मिक भावनाओं के खिलाफ बताया है। कुछ संगठनों ने यह आरोप भी लगाया कि इस तरह के आयोजन राज्य में सामाजिक सद्भावना को प्रभावित कर सकते हैं।
एक स्थानीय मौलाना ने कहा,
"रमजान के महीने में इस तरह की गतिविधियां पूरी तरह से निंदनीय हैं। यह हमारे समाज और धर्म की मर्यादा के खिलाफ है।" उन्होंने सरकार से मांग की कि भविष्य में ऐसे आयोजनों पर सख्त नियंत्रण हो।
उमर अब्दुल्ला ने जांच के आदेश दिए
सीएम उमर अब्दुल्ला ने यह साफ किया कि इस आयोजन में सरकारी अनुमति नहीं ली गई थी और इसके आयोजकों की भूमिका की जांच की जाएगी। यदि किसी कानून का उल्लंघन पाया गया, तो पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा,"हम किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की इजाजत नहीं देंगे। यह हमारी जिम्मेदारी है कि राज्य में शांति और सौहार्द बना रहे।"
निष्कर्ष
गुलमर्ग में रमजान के दौरान आयोजित फैशन शो ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है और राज्य में एक नई बहस को जन्म दिया है। हालांकि यह एक निजी आयोजन था, फिर भी सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है। उमर अब्दुल्ला ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों पर उचित कार्रवाई होगी और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों पर नजर रखी जाएगी। जम्मू-कश्मीर की जनता अब यह देख रही है कि सरकार इस मसले पर किस तरह कदम उठाती है।