चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई भारत में अपना पहला ऑफिस खोलने जा रही है। यह ऑफिस इस साल के अंत तक नई दिल्ली में खुल जाएगा, हालांकि अभी इसकी लोकेशन फाइनल नहीं हुई है। कंपनी ने स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है और इसके लिए सक्रिय रूप से उम्मीदवारों की तलाश जारी है। ओपनएआई की ओर से रॉयटर्स को बताया गया है कि कंपनी के फाउंडर सैम ऑल्टमैन ने भारत में ऑफिस खोलने की योजना बनाई है। पहले ही भारत में कंपनी की एक आधिकारिक यूनिट काम कर रही है, जिसने ऑफिस के लिए नियुक्तियां शुरू कर दी हैं।
भारत ओपनएआई के लिए दूसरा सबसे बड़ा बाजार
ओपनएआई के को-फाउंडर और CEO सैम ऑल्टमैन ने कहा है कि भारत, ओपनएआई और चैटजीपीटी के लिए दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। पिछले एक साल में भारत में चैटजीपीटी के उपयोगकर्ताओं की संख्या चार गुना बढ़ गई है। कंपनी ने भारत में 4.60 डॉलर की सबसे सस्ती सब्सक्रिप्शन योजना भी लॉन्च की है, जिससे यह लक्षित किया गया है कि भारत में एक अरब इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को इस तकनीक से जोड़ा जाए। भारत विश्व की दूसरी सबसे अधिक आबादी वाला देश है, इसलिए यहां एक मजबूत उपभोक्ता आधार उपलब्ध है, जो ओपनएआई के लिए बड़े अवसर खोलता है।
भारत में AI सेक्टर की बढ़ती अहमियत
सैम ऑल्टमैन ने यह भी बताया कि भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और टेक्नोलॉजी को लेकर काफी उत्साह है। भारत में AI के क्षेत्र में दुनिया के नेताओं में शामिल होने की पूरी संभावना है। इसलिए, ओपनएआई ने भारत में अपना पहला ऑफिस खोलने का फैसला किया है ताकि एक मजबूत टीम के माध्यम से AI टेक्नोलॉजी को और अधिक सुलभ और प्रभावी बनाया जा सके। भारत AI के क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ बाजार है, और कंपनी का लक्ष्य इस तेजी को भुनाना है।
भारत में प्रतिस्पर्धा और संभावनाएं
हालांकि, ओपनएआई को भारत में बड़ी कंपनियों जैसे गूगल और गूगल के नए AI प्लेटफॉर्म ‘जेमिनी’ से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। भारत दुनियाभर के टॉप-5 AI बाजारों में शामिल है और चैटजीपीटी के सबसे ज्यादा यूजर भी भारतीय छात्र ही हैं। यह दर्शाता है कि भारत में AI टेक्नोलॉजी को लेकर एक बड़ा क्रेज और संभावनाएं हैं, जो ओपनएआई के लिए एक सुनहरा मौका है।
भविष्य की दिशा
ओपनएआई के भारत में ऑफिस खोलने से देश में AI तकनीक का विकास और अधिक तेज होगा। यह कदम भारत के AI इकोसिस्टम को मजबूत करेगा और युवाओं को इस क्षेत्र में रोजगार के बेहतर अवसर देगा। साथ ही, यह भारतीय शोधकर्ताओं और डेवलपर्स को ग्लोबल टेक्नोलॉजी के साथ जुड़ने का मौका भी प्रदान करेगा। इसके अलावा, भारत में इस क्षेत्र की विस्तार योजना ओपनएआई की वैश्विक रणनीति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
निष्कर्ष
ओपनएआई का भारत में पहला ऑफिस खोलना न केवल तकनीकी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह देश के डिजिटल और AI क्षेत्र के लिए भी एक बड़ा अवसर है। इससे भारत की स्थिति वैश्विक AI मानचित्र पर और मजबूत होगी और भारतीय प्रतिभाओं को वैश्विक मंच पर पहचान मिलेगी। इसके साथ ही, आम जनता तक AI की पहुंच आसान और किफायती बनेगी। आने वाले वर्षों में इस कदम से भारत में AI तकनीक का क्रांतिकारी विकास होने की उम्मीद है, जो देश की तकनीकी प्रगति को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।