देशभर में मॉनसून का रुख जारी है और मौसम ने कई राज्यों में अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। मुंबई में भारी बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे लोगों की जिंदगी प्रभावित हो रही है। शहर में कई इलाकों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है, स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और कई ऑफिसों ने कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी है। इसी बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे साफ जाहिर होता है कि बारिश का दौर अभी भी थमने वाला नहीं है।
महाराष्ट्र में बिगड़े हालात
मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। शहर की सड़कों पर जलभराव के कारण यातायात बाधित हो गया है। नालासोपारा जैसे उपनगरीय इलाकों में पानी सोसाइटियों में घुस चुका है। कुर्ला रेलवे स्टेशन के बाहर वाहन पानी में फंस गए हैं। भारी बारिश से अब तक महाराष्ट्र में कम से कम 6 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने अगले 48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण बताए हैं क्योंकि इस दौरान और भी भारी बारिश की संभावना है। मुख्यमंत्री ने जनता से सतर्क रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की अपील की है।
दिल्ली-एनसीआर में यमुना का जलस्तर बढ़ा
राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर क्षेत्र में भी बारिश ने दस्तक दी है। तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। हालांकि, यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ की आशंका बनी हुई है। जल स्तर बढ़ने के कारण दिल्ली प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और प्रभावित इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। नदी किनारे बसे इलाकों के लोगों को सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी गई है।
पूरे देश में भारी बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है। खासकर कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में 19 से 20 अगस्त को बहुत भारी वर्षा हो सकती है। दक्षिण भारत के केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भी भारी बारिश का अनुमान है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, झारखंड, विदर्भ, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी 19 से 24 अगस्त तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। उत्तर भारत के हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश में भी इसी अवधि में बारिश का दौर जारी रहेगा।
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में आपदा की स्थिति
उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून से जुड़े हादसों में अब तक करीब 165 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में भी भूस्खलन से कम से कम 64 लोगों की जान गई है। प्रशासन और राहत एजेंसियां प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।
नागरिकों के लिए सुरक्षा और सावधानी
मौसम विभाग की लगातार जारी चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने जनता से सुरक्षा उपाय अपनाने की अपील की है। खासकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट मोड पर रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। यात्रियों को अनावश्यक यात्रा टालने और मौसम के अनुसार ही बाहर निकलने का सुझाव दिया गया है।
निष्कर्ष
देश के कई हिस्सों में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मुंबई से लेकर दिल्ली तक हालात चिंताजनक हैं, वहीं पहाड़ी इलाकों में आपदा की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मौसम विभाग की आगामी दिनों के लिए चेतावनियां सरकार और नागरिकों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत हैं कि वे पूरी सावधानी बरतें और समय-समय पर अपडेट लेते रहें। लगातार हो रही बारिश से प्रभावित राज्यों में राहत और बचाव कार्य जारी है ताकि किसी भी बड़े हादसे से बचा जा सके।