सूरत,5 जुलाई 2021 बिटकॉइन माइनिंग के माध्यम से 6 गुना मुनाफा कमाने का लालच देकर स्टेशनरी व्यापारी से 8.90 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। युवक को लालच देकर लिंक के माध्यम से एक एप्लीकेशन डाउनलोड करवाया था। जिसमें पैसे लगाने के बाद उसका इनकम दिनों दिन बढ़ रहा था। लेकिन फिर दो से तीन महीने के इंतज़ार के बाद अपने दोस्त से इस बारे में बात करने पर उसके दोस्त ने एक्सपर्ट से बात करने की सलाह दी थी। साइबर एक्सपर्ट ने युवक से कहा कि उस एप्लीकेशन को प्ले स्टोर से डाउनलोड करे। हालांकि यही एप्लीकेशन प्ले स्टोर पर पहले से मौजूद था। इसलिए उसमें डाउनलोड के बजाय अपडेट करने का ऑप्शन आया था। अपडेट करते ही एप्लीकेशन में जो 36,70,500 रुपए दिखा रहे थे वो अचानक शून्य हो गया था। इस बारे में साइबर एक्सपर्ट स्नेहल वकीलना ने बताया कि आरोपियों ने माइनिंग की आड़ में 6 गुना मुनाफा कमाने झांसा दिया था। उन्होंने उस एप्लीकेशन का लिंक मैनुपुलेट करके भेजा था युवक को भेजा था। जिसके बाद पैसे भरने पर आरोपियों द्वारा एप्लीकेशन पहले से ही हैक हुआ था। इसलिए एक मिरर इमेज तैयार हो गई थी जिसमें मुनाफे के तौर पर 8.90 लाख रुपए का 36.70 लाख रुपए दिखा रहे थे। लेकिन अपडेट करने के बाद मिरर इमेज हट गई और युवक को पता चला कि उसके 8 लाख रुपए शून्य हो गए हैं। पिछले तीन महीने से वो मिरर इमेज के झांसे में था। इसके बाद युवक यूएसए की एफबीआई से जांच के लिए सोशल मीडिया पर फर्जी मैसेज आने लगे थे।
बिटकॉइन माइनिंग द्वारा ठगी का अभी तक ये पहला मामला है जो सामने आया है। सूत्रों की माइनिंग में ज्यादातर ब्लैक के पैसे इन्वेस्ट किये जाते हैं। इसलिए इस तरह की ठगी के मामले में भी बहुत कम दर्ज होते हैं।
एफबीआई की फर्जी आईडी दिखाकर जांच के लिए मैसेज आया
युवक से ठगी होने के बाद उसे सोशल मीडिया मैसेजिंग एप्लीकेशन के माध्यम से +1(772)7740749 से मैसेज आया था। उसमें युवक से कहा था कि हमें आपके साथ बिटकॉइन में 10 हजार डॉलर से ज्यादा की ठगी का पता चला है। हम एफबीआई से हैं। हम आपका पैसा दिलाने में आपकी मदद करेंगे। हालांकि सोशल मीडिया मैसेजिंग एप्लीकेशन के माध्यम से बात करने वाले व्यक्ति ने अपना एफबीआई का आईडी कार्ड भी दिया था।
लोगों को सही माध्यम से डाउनलोड करना चाहिए एप
इस बारे में साइबर एक्सपर्ट डॉ. स्नेहल वकील ने बताया कि मैनुपुलेटेड लिंक से एप्लीकेशन डाउनलोड करवाया था। इसलिए मिरर इमेज तैयार हो गई थी। दो से तीन महीने तक युवक गुमराह था। फॉक्सफार्म क्रिप्टो डॉट कॉम पर अकाउंट बनाने के लिए बोला था। इसके बाद ब्लॉक चेन का लिंक भेजा था। डाउनलोड करने के बाद चार्जेज भरे और 5.30 लाख रुपए इन्वेस्ट किये थे। लेकिन प्ले स्टोर से एप्लीकेशन अपडेट करने के बाद अकाउंट खाली हो गया।
लोगों को बिटकॉइन का अंदाजा नहीं, दुसरे के कहने पर कर देते हैं इन्वेस्ट
साइबर क्राइम पुलिस इंस्पेक्टर टीआर चौधरी ने बताया कि बिटकॉइन माइनिंग से ठगी के कई मामले आये हैं। अर्जियों के आधार पर जांच हो रही है। जांच में ये भी पता चला है कि जो लोग शिकार बने हैं उनको बिटकॉइन का ज्यादा पता नहीं था लेकिन दुसरे के कहने पर इन्वेस्ट कर रहे थे।