नई दिल्ली, 10 जनवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) देश मे कोरोना और उसके प्रकार ओमाइक्रोन की स्पीड बढ़ने के साथ देश उससे लड़ने की भी तैयारी में जुट गया है। इसके तहत पूरे देश मे एहतियात तो बरती ही जा रही है, साथ ही आज से एहतियातन डोज भी मिलनी शुरू हो गई है। हालांकि फिलहाल यह सभी को नहीं दिया जा रहा है, बल्कि सिर्फ 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों और स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जा रहा है।
एहतियातन डोज के बारे में सरकार के निर्देशों के अनुसार सह-रुग्णता वाले 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोग, जिन्हें COVID-19 वैक्सीन की दो खुराकें मिल चुकी हैं, वे 10 जनवरी 2022 से एहतियाती खुराक के लिए पात्र हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को भी यह खुराक दी जा रही है।
एहतियातन डोज के लिए हालांकि डॉक्टर की सलाह या प्रमाण पत्र की बाध्यता नहीं रखी गई है, मगर बीमार लोगों को यह लेने से मना किया गया है। बता दें कि एहतियाती खुराक को कोविड19 के विरुद्ध दिए गए दूसरी खुराक देने की तारीख से 9 महीने या 39 सप्ताह पूरे होने के बाद लिया जा सकता है।
सरकार के निर्देशों के अनुसार आज से देश मे विभिन्न हिस्सों में 60 वर्ष के ऊपर के लोगों को एहतियातन खुराक मिलनी शुरू हुई। इसके तहत आज सुबह कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बेंगलुरु के श्री अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और सह-रुग्णता वाले 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए 'एहतियाती खुराक' टीकाकरण की शुरुआत की।
बिहार की राजधानी पटना के भी एक टीकाकरण केंद्र में 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को सह-रुग्णताओं के साथ COVID वैक्सीन 'एहतियाती खुराक' दिए जाने का कार्यक्रम शुरू हुआ।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में सह-रुग्णता वाले 60 वर्ष से अधिक आयु के फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नागरिकों को COVID-19 वैक्सीन 'एहतियाती खुराक' देना शुरू किया। इस बारे में पूछे जाने पर लोगों ने कहा, "हमें अच्छा लग रहा है। कोई साइड-इफेक्ट नहीं है, सभी को इसका सेवन करना चाहिए।"
इसके साथ ही कोविड वैक्सीन 'एहतियाती खुराक' हैदराबाद के सरकारी यूनानी अस्पताल में 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को सह-रुग्णताओं के साथ दी जा रही है। आज इस कार्यक्रम के शुरुआत होने के अवसर पर तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री टी हरीश राव भी मौजूद रहें।
तमिलनाडु की राजधनी चेन्नई में सह-रुग्णता वाले 60 वर्ष से अधिक आयु के फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नागरिकों को COVID19 वैक्सीन 'एहतियाती खुराक' देना शुरू किया।
इस अवसर पर मौजूद तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने अपनी उपलब्धियों पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम देश में बच्चों के टीकाकरण में अग्रणी राज्यों में से एक हैं। अब तक, मामले बढ़ रहे हैं लेकिन अस्पताल में भर्ती होने की संख्या कम है। हम राज्य में मौजूदा 1.5 लाख अस्पताल के बिस्तरों में 50,000 बिस्तर जोड़ रहे हैं।
ज्ञात हो कि इसके अलावे देश के कई और हिस्सों से भी कोविड-19 के विरुद्ध एहतियातन खुराक देने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। उम्मीद है इससे देश इस महामारी से लड़ने में और सक्षम होगा।
Posted On:Monday, January 10, 2022