ताजा खबर
लखनऊ से सवार पुलिस इंस्पेक्टर की रोडवेज बस में कार्डियक अरेस्ट से हुई मृत्यु   ||    गणेश विसर्जन के चलते लखनऊ के कई रास्तों पर कल शाम तक ट्रैफिक रहेगा प्रभावित   ||    लखनऊ के अनुदानित कॉलेजों में दाखिलों की कमी, पड़ोसी जिलों के कॉलेजों ने मारी बाजी   ||    आधी रात स्टंटबाजी का कहर, आइसक्रीम वाले की हुई मौत   ||    लखनऊ में चुप ताजिये का जुलूस नाजिम अली इमामबाड़े से हुआ शुरू   ||    लखनऊ-गोरखपुर संग इन 42 जिलों में होगी भरी बारिश, अलर्ट जारी   ||    अवैध मतांतरण मामले में मौलाना कलीम सिद्दीकी सहित 16 दोषियों को आज सुनाई जाएगी सजा   ||    लखनऊ में चंडीगढ़ की तर्ज पर मिलने जा रहे 3000 प्‍लॉट, पढ़ें डिटेल्स   ||    सीएम योगी के यूपी में सोलर क्रांति, लखनऊ के ये आंकड़े करेंगे आपको हैरान   ||    लखनऊ में दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और ईंट से किया वार, एक गिरफ्तार   ||   

वेब सीरीज रिव्यु - Farzi



नकली नोटों की कहानी में शाहिद कपूर और विजय सेतुपति की असली अदाकारी

Posted On:Saturday, June 17, 2023


“लालच शौक को जरूरत में बदल देता है”  यह संवाद न केवल हमारी जीवनशैली को बिना लाग-लपेट के चित्रित करता है, अपितु यही वेब सीरीज़ “फ़र्ज़ी” का सार है। काले धन एवं नकली नोटों पर चर्चा से लेकर पुस्तकें छप जाती हैं, परंतु इसकी रूपरेखा क्या है? इसका नेटवर्क कितना विशाल है? इस पर कम ही लोग चर्चा करते हैं, लेकिन वेबसीरीज़ फ़र्जी में इसे बहुत अच्छे ढंग से दिखाया गया है।

'फर्जी' की कहानी

कलाकारों की कलाकारी पर पूरी दुनिया फिदा है। लेकिन क्‍या हो, अगर कोई कलाकार अपनी कलाकारी से जघन्‍य अपराध की दुनिया में कदम रख दे। 'द फैमिली मैन' से ओटीटी की दुनिया में धमाल मचाने वाले राज और डीके की नई वेब सीरीज 'FARZI' इसी कलाकारी की कहानी है। एक आर्टिस्‍ट है सनी। उसके नाना जी की प्रिंटिंग प्रेस अब बंद होने की कगार पर है। वह इस बिजनस को बचाने के लिए फर्जी नोट छापने की तैयारी करता है। कलाकार है, इसलिए नकली नोट की उसकी कलाकारी असली के बेहद करीब है। लेकिन इससे पहले कि वह संभल पाता, वह अब नकली नोट कारोबार के बड़े सिंडिकेट का हिस्‍सा बन जाता है।

शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) 'फर्जी' से वेब सीरीज की दुनिया में डेब्‍यू कर रहे हैं। वह सनी के लीड रोल में हैं। सनी को उसके पिता ने छोड़ दिया है। नाना ने ही उसे अपनाया है। सनी के दिल और दुनिया में इस दुनिया के ख‍िलाफ एक नाराजगी है, वह इसी के साथ बड़ा हुआ है। उसके सबसे अच्छे दोस्त फिरोज (भुवन अरोड़ा) और उसके नाना (अमोल पालेकर) के अलावा ऐसा कोई भी नहीं है, जिसे वह अपना मानता है। सनी अपने नानू के सदियों पुराने प्रिंटिंग 'क्रांति' के ठप हो रहे बिजनस में मदद करना चाहता है। हताशा के साथ शुरू हुए प्रयास में उसे जल्द ही एक आर्टिस्‍ट के तौर पर अपनी क्षमताओं का एहसास होता है। सनी अब 'फर्जी' नोट्स डिजाइन कर सकता है।

राज एंड डीके का बढ़िया काम

तो कथा का आरंभ होता है सनी से, जो एक कलाकार है और पेंटिंग की फर्स्ट कॉपी बड़ी कुशलता से बनाता है। उसके नाना की एक पत्रिका है, वो पत्रिका एवं प्रिंटिंग प्रेस बंद होने के मुहाने पर है और वह इसे स्वीकार नहीं कर पाता। इसके अतिरिक्त सनी अपनी घिसी पिटी जीवनशैली से तंग आ चुका है और वह किसी भी स्थिति में इससे बाहर निकलना चाहता है और इसके लिए वह जो मार्ग अपनाता है, उससे क्या क्या बदलाव उसके जीवन में आता है, “फ़र्जी” (Farzi Web Series Review) इसी के बारे में है।
बचपन में हम सब ने सुना था, “लालच बुरी बला है”, परंतु यह होता कैसे है, “फर्जी” ने बिना लाग लपेट दिखाया है। राज एंड डीके की जोड़ी को आप सम्मान की दृष्टि से देखें या घृणा की वो आपका विकल्प है, परंतु उनकी कला ऐसी है कि आप उसे नकार नहीं सकते।

क्‍यों देखें 

कुल मिलाकर कहानी से लेकर एक्‍ट‍िंग और डायलॉगबाजी तक 'फर्जी' एक फ्रेश और बेहद दिलचस्प क्राइम-थ्र‍िलर है। सीरीज में खास‍ियत ज्‍यादा है और खामियां कम, इसलिए देखना तो बनता है।
 


लखनऊ और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !


मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Lucknowvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.