मुंबई, 25 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अल-कायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी की मौत पर नए सवाल खड़े हो रहे हैं। अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा करने वाले तालिबान का कहना है कि उन्हें अब तक जवाहिरी का शव नहीं मिला है। दूसरी तरफ, अमेरिका कई बार दावा कर चुका है कि जवाहिरी की मौत के बारे में उसे किसी तरह का शक नहीं है। 10 साल पहले जब ओसामा बिन लादेन मारा गया था, तो अमेरिका ने उसकी मौत की पुष्टि के लिए DNA टेस्ट कराया था। जवाहिरी के मामले में ऐसा नहीं किया गया। जवाहिरी 1 अगस्त को काबुल में अमेरिकी ड्रोन स्ट्राइक में मारा गया था। तो वही न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक यह ड्रोन स्ट्राइक अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA की स्पेशल टीम ने की थी। जवाहिरी अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार आने के बाद से ही काबुल में रह रहा था। आपको बता दे 11 सितंबर 2001 को 19 आतंकियों ने 4 कॉमर्शियल प्लेन हाइजैक कर अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर टकरा दिए थे। इसे 9/11 अटैक के नाम से जाना जाता है। इस हमले में ओसामा बिन लादेन, अल जवाहिरी समेत अल कायदा के सभी टेररिस्ट्स को अमेरिकी जांच एजेंसी ने आरोपी बनाया था।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- हमें किसी कन्फर्मेशन की जरूरत नहीं है। हमारे कई सोर्स उसके मारे जाने की पुष्टि कर चुके हैं। हमारी एजेंसियों ने कई मेथड्स इस्तेमाल किए। इसलिए DNA की भी जरूरत नहीं है। अब अफगानिस्तान में अल-कायदा का कोई और सरगना नहीं बचा। एक अमेरिकी अफसर के मुताबिक जवाहिरी सेफ हाउस में परिवार के साथ रहता था। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि इस हमले में परिवार को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। अमेरिका ने इस हमले के बारे में तालिबान को कोई जानकारी भी नहीं दी थी। तो वही तालिबान हुकूमत का कहना है कि जिस घर पर अमेरिका ने ड्रोन स्टाइक की, वो खाली था। वहां कोई नहीं रहता था। इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि हमले के दौरान जवाहिरी उसी घर में था।