मुंबई, 12 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राष्ट्रपति जो बाइडेन का पहला सऊदी अरब दौरा उलझनों में अटका हुआ नजर आ रहा है। बाइडेन ने खुद कहा है कि उनका रियाद दौरा फिलहाल तय नहीं है। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि बाइडेन अमेरिकी हितों की वजह से सऊदी अरब जा रहे हैं। हम जल्द ही तारीख का ऐलान करेंगे। वो इजराइल भी जाएंगे। हमें उम्मीद है कि इस विजिट के जरिए सऊदी और अमेरिका के रिश्ते पहले से ज्यादा मजबूत हो सकेंगे। सऊदी हमारा 80 साल से स्ट्रैटेजिक पार्टनर है। बाइडेन सऊदी अरब के साथ ही इजराइल भी जाएंगे। बाइडेन के सऊदी अरब दौरे की जानकारी सामने आते ही कई मानवाधिकार संगठनों ने इसके विरोध का फैसला किया। संगठनों का कहना है कि MBS पर 2018 में वॉशिंगटन पोस्ट के कत्ल का आरोप है। खुद बाइडेन MBS पर उंगली उठा चुके हैं। ऐसे में वो रियाद में उनसे कैसे मुलाकात कर सकते हैं।
तो वही ऐसा हो सकता है की, बाइडेन के सऊदी दौरे के बाद इजराइल और सऊदी अरब के डिप्लोमैटिक रिलेशन शुरू हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो तमाम मुस्लिम देश फिलिस्तीन मुद्दा छोड़कर इजराइल को मान्यता दे देंगे। इजराइल के लिए यह बहुत बड़ी कामयाबी होगी। सऊदी को भी ईरान के खिलाफ एक बहुत बड़ी ताकत का साथ मिल जाएगा। डोनाल्ड ट्रम्प के बाद बाइडेन भी इस इजराइल और अरब देशों को करीब लाना चाहते हैं। यही वजह है कि सऊदी और इजराइल ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की इस विजिट पर नजर है। बहरहाल, अब दौरा कुछ वक्त के लिए लटक गया है।