जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरी दुनिया ने इसकी कड़ी निंदा की है। वहीं, इस हमले में अपनी भूमिका को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव में आए पाकिस्तान ने एक बार फिर खुद को निर्दोष बताने की नाकाम कोशिश की है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने न केवल इस आतंकी हमले से पाकिस्तान का कोई संबंध होने से इनकार किया, बल्कि उल्टा भारत पर ही आरोप मढ़ दिए।
"हमारा कोई लेना-देना नहीं": ख्वाजा आसिफ
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने एक स्थानीय टीवी चैनल से बातचीत में दावा किया कि "पहलगाम हमले में पाकिस्तान की कोई भूमिका नहीं है" और उनका देश हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है। ख्वाजा आसिफ ने यह भी कहा कि नागरिकों पर हमले नहीं होने चाहिए। हालांकि, इसी बयान में उन्होंने भारत पर भी गंभीर आरोप लगाए।
आसिफ ने कहा,
"भारत के लोग ही इस हमले में शामिल हैं। भारत सरकार अपने ही नागरिकों के अधिकार छीन रही है, चाहे वो नागालैंड हो, मणिपुर हो या फिर कश्मीर। इसलिए वहां के लोग सरकार के खिलाफ खड़े हो रहे हैं।"
भारत पर आरोप लगाकर खुद को बचाने की कोशिश
ख्वाजा आसिफ का यह बयान ऐसे समय आया है जब पूरी दुनिया की नजरें पाकिस्तान पर टिकी हैं, और लगातार यह सवाल उठ रहा है कि क्या इस हमले के पीछे पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकी संगठन शामिल हैं। इससे पहले भी पाकिस्तान ऐसे हमलों के बाद खुद को बचाने की कोशिश करता रहा है, लेकिन FATF जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने उसे कई बार 'ग्रे लिस्ट' में डाल कर चेतावनी दी है।
पहलगाम हमला: अब तक का सबसे घातक आतंकी वारदात
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई, जिनमें कई पर्यटक शामिल थे। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर घाटी में सबसे खूनी आतंकी वारदात है। मारे गए लोगों में 2 विदेशी नागरिक और 2 स्थानीय लोग भी शामिल हैं।
दुनिया भर से आ रही निंदा, पाकिस्तान अलग-थलग
इस हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, अमेरिका, रूस, इजरायल और कई अन्य देशों ने भारत के साथ एकजुटता दिखाते हुए इस कायराना हमले की तीखी निंदा की है। वहीं, पाकिस्तान इस वक्त साफ तौर पर घिरता नजर आ रहा है।
भारत का कड़ा रुख: "सच से भाग नहीं सकते"
भारत की ओर से अभी तक पाकिस्तान के इस बयान पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सरकार से जुड़े सूत्रों ने साफ किया है कि
"सिर्फ बयानबाजी से सच्चाई नहीं बदलती। पाकिस्तान को खुद को आतंकवाद से अलग करने के लिए सिर्फ बोलना नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई करनी होगी।"
निष्कर्ष: फिर बेनकाब हुआ पाकिस्तान
हर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की यही रणनीति रही है—पहले खुद को अलग बताना, फिर भारत पर उल्टे आरोप लगाना। लेकिन इस बार भी वह विश्व समुदाय को गुमराह करने में नाकाम साबित हो रहा है। ख्वाजा आसिफ का बयान पाकिस्तान की दोहरे रवैये का प्रतीक है, जहां एक तरफ आतंकी हमले की निंदा की जाती है, तो दूसरी तरफ भारत के अंदरूनी मामलों पर बेबुनियाद बयानबाजी की जाती है।