मुंबई, 8 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) कभी भारत को Apple जैसे प्रीमियम ब्रांड्स के लिए एक छोटा बाजार माना जाता था, लेकिन अब यह कहानी पूरी तरह बदल चुकी है। एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल ने भारत में वित्त वर्ष 2024-25 में $9 अरब (लगभग 75,000 करोड़ रुपये) से अधिक की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की है। यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 13% ज्यादा है, जो दर्शाता है कि भारत अब एप्पल के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन बन चुका है।
रिकॉर्ड बिक्री का क्या है कारण?
इस शानदार प्रदर्शन के पीछे कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है iPhone की बेमिसाल मांग। भारतीय ग्राहकों में आईफोन का क्रेज लगातार बढ़ रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, कुल बिक्री का एक बड़ा हिस्सा आईफोन से आया है। साथ ही, मैकबुक जैसे अन्य उत्पादों की मांग में भी भारी उछाल देखने को मिला है।
रिटेल विस्तार: एप्पल ने भारत में अपने रिटेल नेटवर्क को तेजी से बढ़ाया है। मुंबई और दिल्ली में पहले दो स्टोर खोलने के बाद, कंपनी ने बेंगलुरु और पुणे में भी नए स्टोर खोले हैं। इन स्टोर्स ने ग्राहकों को एप्पल के उत्पादों को firsthand अनुभव करने का मौका दिया है, जिससे ब्रांड के प्रति उनका भरोसा बढ़ा है।
सुलभ फाइनेंसिंग: ऊंची कीमतों के बावजूद, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर मिलने वाले ऑफर्स और आसान EMI विकल्पों ने आईफोन को आम आदमी की पहुंच में ला दिया है। इसके अलावा, छात्रों को मिलने वाली छूट और बैंक के साथ पार्टनरशिप ने भी बिक्री को बढ़ाया है।
'मेक इन इंडिया' की भूमिका: भारत अब केवल एप्पल का बिक्री केंद्र ही नहीं, बल्कि एक प्रमुख विनिर्माण केंद्र भी बन गया है। आज हर पांच में से एक आईफोन भारत में ही बनता है। इससे न केवल चीन पर एप्पल की निर्भरता कम हुई है, बल्कि घरेलू बाजार में भी उत्पादों की उपलब्धता बढ़ी है।
iPhone 17 के लॉन्च से पहले का उत्साह
यह रिकॉर्ड बिक्री ऐसे समय में हुई है जब पूरी दुनिया में मोबाइल डिवाइस की बिक्री धीमी है। वहीं, चीन में भी एप्पल को स्थानीय ब्रांड्स से कड़ी टक्कर मिल रही है। ऐसे में, भारत की यह सफलता एप्पल के लिए एक बड़ी राहत है। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले iPhone 17 सीरीज के लॉन्च से पहले भारतीय बाजार में यह उत्साह एप्पल की भविष्य की रणनीति के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा।