एशिया कप 2025 का आगाज़ एकतरफा मुकाबले से हुआ, जिसमें अफगानिस्तान ने हांगकांग को 94 रनों से करारी शिकस्त दी। यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए काफी मायनों में अहम था—अफगानिस्तान के लिए टूर्नामेंट में अपनी ताकत दिखाने का मौका और हांगकांग के लिए खुद को साबित करने का। हालांकि, मुकाबले में अफगानिस्तान ने बल्ले और गेंद दोनों से अपना दबदबा कायम रखते हुए यह साफ कर दिया कि वे इस बार एशिया कप में मज़बूत दावेदार हैं।
एशिया कप में हांगकांग की दूसरी सबसे बड़ी हार
इस हार के साथ ही हांगकांग को एशिया कप टी20 इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा। अफगानिस्तान ने उन्हें 94 रनों के बड़े अंतर से हराया। इससे पहले 2022 में पाकिस्तान ने हांगकांग को 155 रनों से हराया था, जो अब तक की सबसे बड़ी हार बनी हुई है।
अफगानिस्तान की तूफानी बल्लेबाजी
मैच में अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 188 रन बनाए।
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सेडीकुल्लाह अटल ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 73 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और 3 छक्के शामिल थे।
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वहीं अजमतुल्लाह उमरजई ने मात्र 21 गेंदों में 53 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 5 छक्के शामिल थे।
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उमरजई की पारी ने ना सिर्फ स्कोर को तेज़ी से आगे बढ़ाया, बल्कि उन्हें टी20 इंटरनेशनल में अफगानिस्तान की ओर से सबसे तेज़ अर्धशतक लगाने वाला बल्लेबाज भी बना दिया।
हांगकांग का शर्मनाक प्रदर्शन
लक्ष्य का पीछा करने उतरी हांगकांग की टीम शुरुआत से ही दबाव में नजर आई। अफगानिस्तान के गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी की, जिसका असर यह रहा कि पूरी टीम 20 ओवर में सिर्फ 94 रन ही बना पाई।
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इस दौरान 9 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके, जो उनकी बल्लेबाजी की असफलता को दर्शाता है।
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सिर्फ कुछ खिलाड़ियों ने थोड़ा बहुत संघर्ष दिखाया, लेकिन टीम के रूप में हांगकांग पूरी तरह विफल रही।
T20I में सबसे ज़्यादा रन आउट होने वाली टीम
इस मैच में हांगकांग के दो बल्लेबाज — निज़ाकत खान और कलहान — रन आउट हुए। इस आंकड़े के साथ हांगकांग के नाम टी20 इंटरनेशनल में सबसे ज़्यादा रन आउट होने वाली टीम बनने का रिकॉर्ड जुड़ गया।
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2024 के बाद से अब तक 34 बार उनके बल्लेबाज रन आउट हो चुके हैं।
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इनमें से 29 रन आउट टॉप-7 बल्लेबाजों के रूप में हुए हैं, जो टीम की रणनीति और रनिंग बिटवीन द विकेट्स की कमी को उजागर करता है।
क्या कहता है यह प्रदर्शन?
हांगकांग के इस लचर प्रदर्शन से उनकी कमजोर तैयारी और अनुभव की कमी सामने आ गई है। वहीं, अफगानिस्तान की जीत ने टूर्नामेंट के अन्य दावेदारों — जैसे कि बांग्लादेश और श्रीलंका — को भी अलर्ट कर दिया है। इस जीत के साथ अफगानिस्तान ने पॉइंट्स टेबल में न केवल टॉप पोजीशन हासिल की, बल्कि अपने इरादे भी साफ कर दिए हैं।
निष्कर्ष
अफगानिस्तान ने एशिया कप 2025 की शुरुआत बेहतरीन अंदाज में की है, जबकि हांगकांग के लिए टूर्नामेंट की शुरुआत निराशाजनक रही। अब देखना यह होगा कि क्या हांगकांग आने वाले मैचों में वापसी कर पाएगी या नहीं। दूसरी ओर, अफगानिस्तान की यह जीत आने वाले मुकाबलों में उनके आत्मविश्वास को ज़रूर बढ़ाएगी।